
ऑस्ट्रेलिया के नाथन लायन ने संन्यास के सवालों को सिरे से खारिज कर दिया है. नाथन लायन ने कहा कि वे भारत में टेस्ट सीरीज जीतने के बाद ही संन्यास लेना चाहते हैं.

हाइलाइट्स
- 586 विकेट लेने वाला दिग्गज की भारत में जीतने की चाहत.
- नाथन लायन ने कहा- अभी संन्यास का कोई इरादा नहीं.
- वेस्टइंडीज दौरे पर मैक्ग्रा को पीछे छोड़ सकते हैं लायन.
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के नाथन लायन ने टेस्ट क्रिकेट में बहुत कुछ हासिल कर लिया है लेकिन भारत में जीतने का उनका अरमान अब भी अधूरा है. उन्होंने साफ कहा है कि वे संन्यास से पहले भारत में टेस्ट सीरीज जीतना चाहते हैं. ऑफ स्पिनर लायन ने यह भी साफ किया कि उनका निकट भविष्य में संन्यास का इरादा नहीं है. नाथन लायन ने 138 टेस्ट में 556 विकेट लिए हैं. उन्होंने भारत के खिलाफ 32 टेस्ट खेलकर 130 विकेट चटकाए हैं. ऑस्ट्रेलिया लायन के रहते भारत में कभी सीरीज नहीं जीता है. उसने भारत आकर आखिरी टेस्ट सीरीज 2004-05 में जीती थी.
सॉन्ग मास्टर का जिम्मा एलेक्स को सौंपा
नाथन लायन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में ‘सॉन्ग मास्टर’ का अपना काम विकेटकीपर एलेक्स कैरी को सौंप दिया है जिन्होंने वेस्टइंडीज पर पहले टेस्ट में 159 रन से जीत के बाद यह जिम्मेदारी निभाई. ऑस्ट्रेलिया की हर जीत के बाद यह गीत ‘अंडरनीथ द सदर्न क्रॉस’ गाया जाता है जो सांग मास्टर शुरू करता है. रॉड मार्श ने यह परंपरा शुरू की और पूर्व बैटर माइकल हसी ने लायन को यह जिम्मेदारी सौंपी थी.
मैक्ग्रा से आगे निकल सकते हैं लायन
नाथन लायन ने कहा, ‘मैने 12 साल तक यह जिम्मेदारी निभाई. यह मेरे कैरियर की बड़ी उपलब्धि रही लेकिन इसे छोड़ने का मतलब यह कतई नहीं है कि मैं संन्यास ले रहा हूं.’ लायन टेस्ट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सातवें नंबर पर हैं. उनसे ज्यादा विकेट मुरलीधरन, शेन वॉर्न, जेम्स एंडरसन, अनिल कुंबले, स्टुअर्ट ब्रॉड और ग्लेन मैक्ग्रा ही ले सके हैं. मैक्ग्रा से आगे निकलने के लिए नाथन लायन को 8 विकेट चाहिए.
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