
US Doomsday Plane: अमेरिकी राष्ट्रपति का डूम्सडे प्लेन E-4बी, वाशिंगटन के पास उतरा है. ऐसा आखिरी बार 9/11 हमले के वक्त हुआ था. इसे नाइटवॉच के नाम से जाना जाता है. यह विमान परमाणु विस्फोटों का सामना करने के लिए बनाया गया है और वैश्विक आपात स्थितियों के दौरान अमेरिकी सेना के लिए एक मोबाइल कमांड सेंटर के रूप में काम करता है. इसकी गतिविधि आमतौर पर उच्चतम स्तर की सैन्य सतर्कता का संकेत देती है.
डूम्सडे प्लेन में कई तरह की विशेषता है. ये परमाणु और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हमले को रोकने वाली तकनीक से लैस है. ये हवा में फ्यूल भर सकता है. इसमें टॉप सीक्रेट मिलिट्री कम्युनिकेशन सिस्टम फीड है. ये 24*7 उड़ान भर सकता है. बता दें कि बुधवार (18 जून 2025) को अमेरिकी वायुसेना का E-4B विमान लुइसियाना से उड़कर वर्जीनिया होते हुए वाशिंगटन डीसी के पास जॉइंट बेस एंड्रयूज पर उतरा था. ये आम तौर पर अपने रूट को बिना दिखाए उड़ान भरता है. हालांकि, इस बार ऐसा देखने को नहीं मिला. उसने रात को लैंडिंग की और सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात ये रही कि ये ईरान-इजरायल युद्ध के बीच चर्चा में आ गया है.
11 सितंबर 2001 के बाद पहली बार इतनी गंभीर तैयारी?
E-4B को आखिरी बार इतने हाई प्रोफाइल तरीके से 9/11 आतंकवादी हमलों के दौरान एक्टिवेट किया गया था. यह विमान व्हाइट हाउस, पेंटागन और NORAD के बीच सुरक्षित कम्युनिकेशन ब्रिज का काम करता है. अब इसे फिर से सक्रिय देखना, यह संकेत देता है कि वर्तमान वैश्विक संकट (ईरान-इजरायल युद्ध) को अमेरिका अत्यंत गंभीर मान रहा है. ईरान-इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष ने मिडिल ईस्ट में तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है. इसकी वजह से दुनिया के कई देश चिंतित है और जल्द-से-जल्द खतरनाक युद्ध के तरफ बढ़ते संघर्ष को रोकने की अपील कर रहे हैं. बता दें कि इजरायल ने सबसे पहले ईरान के परमाणु ठिकानों पर सैन्य स्थलों पर हमला कर हड़कंप मचा दिया था.
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