Aaj Ka Mausam: दिल्ली-एनसीआर के आसमान बादलों से ढंके हुए हैं, मगर बारिश कोसों दूर है. ऐसा लग रहा है इंद्रदेव दिल्ली-एनसीआर से नराजगी बढ़ गई है. मौसम विभाग की रिपोर्ट की पढ़े तो दिल्ली के काफी करीबी राज्यों जैसे कि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश दर्ज की गई. वहीं, पश्चिमी तटों का तो बारिश से बुरा हाल है. गुजरात में भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, तो मुंबई का भी बुरा हाल है, इधर कोंकण, कोस्टल कर्नाटक और केरल में भी मूसलाधार बारिश हो रही है.
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल से सटे बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के विशाल गंगा के मैदानी हिस्सों पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation) बन रहा है. ये जल्द ही अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर देगा और अगले 24 घंटों के भीतर इसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) बन सकता है, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में भारी बारिश हो सकती है. स्काईमेट वेदर की माने तो यह सिस्टम कुछ समय तक स्थिर बना रह सकता है और धीरे-धीरे मज़बूती पकड़ सकता है. 29 जून तक यह सिस्टम बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदान औ बिहार की तरफ भारी बारिश करा सकता है. साथ ही इसका ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ पर देखने को मिल सकता है.
28 जून तक पूर्वी राज्यों में भारी बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर पूर्वी राज्यों पर पड़ सकता है. 28 जून तक पश्चिम बंगाल, उत्तर ओडिशा, बिहार, झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ में गरज तड़प के बारिश की संभावना है. मगर, मानसून के इस बारिश का असली खेल इसके बाद शुरू होगा. मौसम विभाग ने बताया कि 29 और 30 जून को इन क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता व क्षेत्रीय विस्तार और अधिक बढ़ेगा. जिससे बारिश अब पूर्वी उत्तर प्रदेश और बाकी छत्तीसगढ़ तक फैल जाएगी.
बिहार-झारखंड में बारिश का रौद्र रूप
मौसम विभाग की मानें तो बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश के लिए जुलाई महीने का इंतजार करना पड़ेगा. 2 से 4 जुलाई के बीच बंगाल की खाड़ी की मौसमी प्रणाली की बारिश की बेल्ट और पश्चिम की ओर बढ़ेगी और पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दक्षिण राजस्थान को भी अपनी चपेट में लेगी. इसके अलावा उत्तर और दक्षिण गुजरात और कोंकण क्षेत्र में भी भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है.
दिल्ली-एनसीआर में कब होगी बारिश
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया था कि दिल्ली-एनसीआर में इस साल मानसून की एंट्री 1 हफ्ते पहले होगी. मगर, मानसून ने मौसम विभाग को धोखा दे दिया. उमस और गर्मी से लोग बेहाल हैं. आसमान में बादल छाए रहने के बावजूद बारिश नहीं हो रही है. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले तीन से चार दिनों में दिल्ली-एनसीआर मौसम कूल-कूल रहने की संभावना है. मौसम विभाग का अलर्ट आया है कि अगले तीन-चार दिन तक मौसम शानदार रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया है कि अगले तीन-चार दिनों में एंटीसाइक्लोनिक रिज कमजोर पड़ेगा जिससे मानसून की एंट्री हो सकती है और दिल्ली-एनसीआर में बारिश का दौर शुरू हो सकता है.
पश्चिमी राज्यों का हाल बुरा, दक्षिण में थमेगी बारिश की रफ्तार
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि पश्चिमी राज्यों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. फिलहाल बारिश की वजह से गुजरात के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, दक्षिण और पश्चिम में आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हाल के दिनों में बाढ़ देखी गई है. मौसम विभाग ने बताया कि देश भर में मानसून के मजबूत हो रहा है. गुजरात से लेकर हरियाणा, तेलंगाना और महाराष्ट्र तक भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं की खबरें हैं. कई राज्यों में अचानक बाढ़, भूस्खलन और व्यापक जलभराव की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी राज्यों में मानसून जैसे-जैसे मजबूत होता जाएगा, वैसे-वैसे दक्षिणी राज्यों में बारिश की इंटेंसिटी कम होती चली जाएगी.