
Iran Israel Ceasefire: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को इजरायल और ईरान पर कड़ा रुख अपनाते हुए सीजफायर के उल्लंघन को लेकर नाराजगी जताई. ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि दोनों देशों की कार्रवाई उस मुश्किल से हासिल युद्धविराम को तोड़ सकती है, जिस पर सोमवार रात सहमति बनी थी.
ईरान-इजरायल को शांत होना होगा- ट्रंप
ट्रंप ने वॉशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए कहा, “इन लोगों को शांत होना होगा, यह हास्यास्पद है. मैंने जो कुछ देखा वह मुझे बिलकुल पसंद नहीं आया, न तो इजरायल का हमला और न ही ईरान की जवाबी कार्रवाई.”
इससे पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर इजरायल को साफ शब्दों में चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा, “इजरायल बम मत गिराओ. अगर आप ऐसा करते हो तो यह बड़ा उल्लंघन होगा. अपने पायलट्स को अभी वापस बुलाओ.” मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने इजरायल और ईरान के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया.
‘लंबे समय से लड़ रहे इजरायल-ईरान’
ट्रंप ने कहा, “जब मैंने 12 घंटे का युद्धविराम घोषित किया तो इजरायल को उसका पालन करना चाहिए था. आपको (इजरायल) 12 घंटे मिले थे, लेकिन आपने पहले ही घंटे में सब कुछ खत्म कर दिया. ये कोई तरीका नहीं है. ये दो देश इतने लंबे समय से लड़ रहे हैं कि अब इन्हें खुद समझ नहीं आ रहा कि वे क्या कर रहे हैं.”
अमेरिका ने रविवार (22 जून 2025) को ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमला कर उसे तबाह करने का दावा किया. इसके जवाब में सोमवार (23 जून 2025) देर रात ईरान ने इराक और कतर में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर छह मिसाइलें दागीं, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया था. हालांकि अमेरिकी पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने अधिकतर मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया और कतर के ठिकानों पर कोई बड़ा असर नहीं हुआ.
इजरायल ने ईरान पर सीजफायर तोड़ने का आरोप लगाया
इजरायल ने कहा कि सीजफायर शुरू होने के ढाई घंटे बाद ईरान की ओर से मिसाइलें दागी गईं थी. रक्षा मंत्री काट्ज़ ने ईरानी मिसाइल हमले के बाद इजराइली सेना को कड़ा जवाब देने का निर्देश दिया था. ईरान की सेना ने सीजफायर तोड़ने के आरोपों से इनकार किया.
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