नई दिल्ली. टीवी के चर्चित टीवी शो ‘भाबी जी घर पर हैं’ में सक्सेना जी का किरदार निभाकर घर-घर पहचान बनाने वाले सानंद वर्मा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. अब उन्होंने खुलासा किया है कि पॉपलैरिटी आर्टिस्ट की सिर्फ तब तक है, जब तक आपका शो चल रहा है, तब तक आपकी पहचान है.
जाने माने एक्टर सानंद वर्मा को हाल ही में इंडस्ट्री में 15 वर्ष पूरे हुए हैं. इस मौके पर एक्टर अपने करियर और संघर्ष पर बात करते दिखे. उनका कहना है कि जब तक कोई अभिनेता टीवी पर नजर आता है, तब तक लोग उसे पहचानते हैं और पसंद करते हैं। जैसे ही वह काम करना बंद करता है या टीवी से दूर हो जाता है, लोग उसे भूलने लगते हैं.
टीवी पर काम करना आसान नहीं
सानंद वर्मा ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा, ‘टीवी इंडस्ट्री में काम करना आसान नहीं है, इसमें कई मुश्किलें होती हैं. इसके बावजूद, टीवी पर काम करने के फायदे भी बहुत हैं, क्योंकि इससे एक कलाकार को बड़ा दर्शक वर्ग मिलता है.’ पहले सिर्फ टीवी ही ऐसा माध्यम था, जो लोगों के ड्रॉइंग रूम तक पहुंचता था, लेकिन अब ओटीटी भी लोगों के घरों में आ चुका है. आजकल लगभग सारा टीवी कंटेंट ओटीटी पर भी मिल जाता है, जिससे दर्शक जब चाहें, जहां चाहें, कंटेंट देख सकते हैं। इससे कलाकारों की लोगों से जुड़ने की ताकत और भी बढ़ गई है.’
लोग पहचानना बंद कर देते हैं
सानंद वर्मा कहते हैं कि टीवी कलाकारों को लोग तब तक ही याद रखते हैं जब तक उनका शो सफल रहता है. जैसे ही शो बंद हो जाता है, तो उनकी लोकप्रियता कम हो जाती है. लोग धीरे-धीरे उस कलाकार को भूलने लगते हैं. टीवी के कलाकारों की लोकप्रियता की एक तय समयसीमा होती है. जब तक कोई शो चल रहा होता है, सब कुछ ठीक रहता है, कलाकार मशहूर रहते हैं और लोग उन्हें पहचानते हैं. जैसे ही शो बंद हो जाता है, तो कुछ महीने के अंदर ही लोग कलाकारों को भूलने लगते हैं. यही टीवी इंडस्ट्री की सच्चाई है।”
अपनी बात आगे रखते हुए उन्होंने कहा, ‘कुछ शो जैसे ‘भाबीजी घर पर हैं’, जो कई सालों तक चलते हैं, लेकिन आमतौर पर टीवी शो सिर्फ एक या दो साल ही चलते हैं. उस दौरान अभिनेता को लोग जानते हैं, लेकिन शो खत्म होने के बाद उन्हें काम मिलने में दिक्कत होती है.
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