मुंबई : भारत में जब नेटफ्लिक्स ने Sacred Games के साथ अपने पहले ओरिजिनल कंटेंट की शुरुआत की थी, तो इसे एक बड़ा फैसला माना गया. इस थ्रिलर सीरीज में सैफ अली खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे सितारे थे और इसे विक्रमादित्य मोटवाने और अनुराग कश्यप ने डायरेक्ट किया था. ये शो विक्रम चंद्रा के नॉवेल पर बेस्ड था और भारत के ओटीटी स्पेस में बोल्ड कंटेंट की शुरुआत मानी गई.
हाल ही में नेटफ्लिक्स के को-सीईओ टेड सरानडोस ने निखील कमाथ के पॉडकास्ट में बातचीत करते हुए स्वीकार किया कि शायद कंपनी ने भारत में ज्यादा बोल्ड कंटेंट के साथ बहुत जल्द शुरुआत कर दी.
उन्होंने कहा- हमारे पहले शो ‘सेक्रेड गेम्स’ को लेकर मुझे बहुत उम्मीदें थीं. ये एक फिल्म जितना बड़ा शो था जिसमें फिल्मी सितारे थे. लेकिन हमने जो नहीं समझा, वो ये था कि हम भारत जैसे बड़े देश में एक पूरी तरह से नया एंटरटेनमेंट फॉर्म लॉन्च कर रहे थे.’
शायद शुरुआत में पॉपुलर कंटेंट बनाना सही होता – सरानडोस
टेड सरानडोस ने ये भी माना कि अगर उन्हें दोबारा मौका मिलता, तो शायद वो शुरुआत में कुछ और पॉपुलर कंटेंट से शुरुआत करते. अगर मैं फिर से कर पाता, तो शायद सेक्रेड गेम्स कुछ साल बाद करता और शुरुआत कुछ ज्यादा पॉपुलर चीजों से करता.’
हालांकि उन्होंने ये भी जोड़ा कि भारत एक बड़ा मार्केट है और वहां तक पहुंचने का प्रोसेस भले ही धीमा हो, लेकिन अंत में उसका फायदा बहुत बड़ा है.
तीसरा सीजन क्यों नहीं आया?
Sacred Gamesका दूसरा सीजन तो आया, लेकिन तीसरे सीजन का कोई नामोनिशान नहीं दिखा. इसको लेकर डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने एक इंटरव्यू में बताया कि शो का अगला पार्ट बनना तय था लेकिन फिर अचानक उसे बंद कर दिया गया.
उन्होंने कहा- सीरीज को विक्रम मोटवाने लीड कर रहे थे. मुझसे 10 दिन पहले पूछा गया कि मैं इसमें जुड़ूं.मैंने पहले ही कहा था कि मुझे दिलचस्पी है, लेकिन नेटफ्लिक्स को मुझसे दिक्कत थी. किसी ने कह दिया था कि मेरी फिल्में महिलाओं को पसंद नहीं आतीं.’
कश्यप के मुताबिक, तीसरे सीजन की स्क्रिप्टिंग की प्लानिंग थी लेकिन नेटफ्लिक्स ने अचानक शो बंद कर दिया- क्यों किया, इसका जवाब उनके पास नहीं था.
सोशल मीडिया पर फूटा अनुराग कश्यप का गुस्सा
अपनी फिल्म Adolescence की तारीफों के बाद अनुराग कश्यप ने नेटफ्लिक्स इंडिया पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- अगर यही फिल्म नेटफ्लिक्स इंडिया को दिखाई जाती, तो शायद वो इसे मना कर देते या इसे 90 मिनट की फिल्म बना देते और वो भी शायद इसलिए कि इसकी एंडिंग सीधी-सादी नहीं है.’
भारत में नेटफ्लिक्स की सीख
Sacred Games भले ही कंटेंट की दुनिया में एक साहसी कदम था, लेकिन इसके एक्सपीरिएंस ने नेटफ्लिक्स को भारत के बाजार को बेहतर समझने में मदद की. अब कंपनी ज्यादा फोकस के साथ लोकल टेस्ट को समझते हुए कंटेंट तैयार कर रही है.