
Cemetery Tourism in India: किसी को ट्रैवलिंग के दौरान नेचर देखना पसंद होता है, कुछ को एडवेंचर तो कुछ को ऐतिहासिक स्मारक देखने अच्छे लगते हैं. आजकल कई लोग सिमेट्री टूरिज्म को पसंद कर रहे हैं. इसे Necrotourism भी कहा जाता है. इसमें सैलानियों को पुराने कब्रिस्तान दिखाएं जाते हैं.

घूमने का मतलब केवल नई जगहों को देखना नहीं है बल्कि यह एक अनुभव है जो इंसान को जिंदगी भर याद रहता है. हर किसी की घूमने को लेकर अपनी पसंद-नापसंद होती है. जिन लोगों को इतिहास से लगाव है, वह सिमेट्री टूरिज्म को भी पसंद करते हैं. इसमें पर्यटकों को कब्रिस्तान में घुमाया जाता है. यह जगह इतिहास, रहस्य, विरासत और कला का अद्भुत संगम है. (Image-Canva)

भारत में ऐसे कई पुराने कब्रिस्तान है जो इतिहास के गवाह हैं. इनमें से एक है कोलकाता का साउथ पार्क स्ट्रीट सिमेट्री. यह ब्रिटिश काल में बनाया सबसे बड़ा और सबसे पुराना कब्रिस्तान है. इसे 1767 में बनाया गया. यहां विक्टोरियन वास्तुकला देखने को मिलती है. कब्रों पर यूरोपीय शैली की भी झलक है. यहां ब्रिटिश अधिकारियों, मिशनरी और सैनिकों को दफनाया गया था. (Image-Canva)

गुजरात के अहमदाबाद में लाल गंज कब्रिस्तान बहुत पुराना और मशहूर है जहां मुगलों की छाप दिखती है. यह उन्हीं के काल में बना. भारत में मुगल साम्राज्य 1526 में शुरू हुआ जो 1857 तक चला. यानी लगभग 300 साल तक मुगलों का भारत में दबदबा रहा है. इस कब्रिस्तान में कब्रें लाल पत्थर से बनी हुई है जिस पर कुरान की आयतों की खूबसूरत नक्काशी देखने को मिलती है. यहां की खूबसूरती और शांति सैलानियों को खूब पसंद आती है. (Image-Canva)

केरल के कोच्चि में पल्लिपुरम में डच सिमेट्री है. दरअसल डच नीदरलैंड को कहा जाता है. केरल में डच का दबदबा रहा है. इस कब्रिस्तान की स्थापना 18वीं सदी में हुई. यह भारत में डच उपनिवेश काल की याद दिलाता है. यहां कब्रें भले ही सादा दिखें लेकिन बेहद सुंदर लगती हैं. यहां की दीवारों पर यूरोपियन शैली से जुड़ी वास्तुकला देखने को मिलती है. (Image-Canva)

महाराष्ट्र के नागपुर में स्कॉटिश कब्रिस्तान है जो बेहद खास है. इसे 19वीं सदी में बनाया गया था. यह सिमेट्री ब्रिटिश और स्कॉटिश मिशनरियों का अंतिम विश्राम स्थल है. यहां की कब्रें काफी हद तक चर्च जैसी दिखती हैं. यहां की कब्रों के पत्थर गोथिक शैली के हैं. यह शैली फ्रांस से उभरी थी जो बाद में पूरे यूरोप में पॉपुलर हुई. युवा इस शैली से काफी प्रभावित होते हैं. (Image-Canva)

अगर आप उत्तर प्रदेश के आगरा में केवल ताजमहल को देखने की चाहत रखते हैं तो यहां की रोमन कैथोलिक सिमेट्री भी एक बार जरूर देखें. यह 1600 में बनाई गई थी. मुगल काल में मुगल शासकों ने ईसाइयों को इस जगह पर कब्रिस्तान बनाने की इजाजत दी थी. यहां पुर्तगाली और मुगल कला का खूबसूरत संगम देखने को मिलता है. यहां की कब्र लाल पत्थर से बनाई गई है. (Image-Canva)

उत्तराखंड अंग्रेजों की सबसे पसंदीदा जगह रही है. यहां का ठंडा मौसम उनके हिसाब से था. अल्मोड़ा में उन्होंने इंग्लिश सिमेट्री बनवाई जो शांत और बेहद खूबसूरत है. हिमालय के पहाड़ों से घिरी यह सिमेट्री नेचर लवर्स के लिए सौगात है. यहां की कब्रों के पत्थर बेहद पुराने हो गए हैं. यह कब्रिस्तान देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है जहां हमेशा ठंडी हवा चलती रहती है. (Image-Canva)
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