
Nagaur Best Tourist Destinations: मानसून के मौसम में नागौर का हरा-भरा और ठंडा मौसम पर्यटकों के लिए आकर्षक होता है. यहां घूमने के लिए कई ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थल हैं. यहां कि हरियाली और ठंडी हवाओं के साथ ऐतिहासिक और प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद लिया जा सकता है. इनमें से कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैं, जो पर्यटकों को नागौर के समृद्ध इतिहास की झलक दिखाता है.

रोहिंदी फोर्ट, परबतसर (नागौर) जिले का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाला किला है, जो राजस्थान की गौरवशाली विरासत को दर्शाता है. यह किला अरावली की पहाड़ियों के किनारे बसा हुआ है और इसकी स्थापत्य कला में राजपूत शैली की झलक देखने को मिलती है. मानसून के समय यहां का वातावरण देखने लायक रहता है. किले से आस-पास के ग्रामीण इलाकों का सुंदर दृश्य दिखाई देता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है. <span style=”color: currentcolor;”>नागौर का बुलंद दरवाजा ऐतिहासिक और स्थापत्य कला का एक अद्वितीय नमूना है. यह दरवाजा नागौर किले के मुख्य प्रवेश द्वार के रूप में स्थित है और इसका निर्माण मुग़ल काल में किया गया था. यह दरवाजा अपनी ऊंचाई, भव्यता और मजबूत बनावट के लिए प्रसिद्ध है. बलुआ पत्थर और चूने से बने इस दरवाजे पर मुग़ल वास्तुकला की छाप स्पष्ट दिखाई देती है. बुलंद दरवाजा केवल एक प्रवेश द्वार नहीं, बल्कि एक सैन्य दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण रहा है. वर्तमान में यह दरवाजा पर्यटकों को नागौर के समृद्ध इतिहास की झलक दिखाता है. </span>

खीवसर का किला, राजस्थान के नागौर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है, जो अपने भव्य स्थापत्य और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है. यह किला 16वीं शताब्दी में राव करमसिंह ने बनवाया था, जो जोधपुर के शासक राव मालदेव के वंशज थे. खीवसर किला मरुस्थलीय क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद अपनी मजबूत दीवारों और सुंदर महलों के लिए जाना जाता है. इसकी स्थापत्य शैली में राजपूती और मुग़ल वास्तुकला का सुंदर समन्वय देखा जा सकता है. किले के भीतर सुंदर झरोखे, दरबार हॉल, और आंतरिक आंगन इसकी भव्यता को दर्शाते हैं. वर्तमान में यह किला एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित किया गया है.

नागौर किला, जिसे अहिछत्रगढ़ किला भी कहा जाता है, एक प्राचीन और ऐतिहासिक धरोहर है. यह किला 12वीं शताब्दी में चौहान वंश के शासकों द्वारा बनवाया गया था. मानसून में यहां का मौसम सुहावना होता है, और किले की दीवारों पर हरियाली देखने लायक होती है. किले के अंदर कई महल, मंदिर और संग्रहालय हैं, जो राजपूत शासन की गौरवशाली कहानियां सुनाते हैं. यहां से नागौर शहर का मनोरम दृश्य भी दिखाई देता है.

कुचामन सिटी नागौर से लगभग 80 किमी दूर स्थित है और यह अपने कुचामन फोर्ट के लिए प्रसिद्ध है. मानसून में यहां का वातावरण रमणीय होता है, और किले के आस-पास की झीलें भर जाती हैं. यह किला अब एक हेरिटेज होटल में तब्दील हो चुका है, जहां पर्यटक राजस्थानी संस्कृति का आनंद ले सकते हैं.

मेड़ता सिटी नागौर जिले का एक छोटा-सा शहर है, जो अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है. यहां का मालकोट दुर्ग देखने लायक हैं. मानसून में यहां का मौसम सुहावना होता है, और आस-पास के ग्रामीण इलाकों की हरियाली मन को शांति देती है. यह स्थल इतिहास प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए आदर्श है.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.