
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी अपने चाय बागानों के लिए खास पहचान रखता है. लगभग 900 एकड़ में फैले ये बागान न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हैं, बल्कि फोटोग्राफी, शांति और पर्यटन के लिहाज से भी बेहद आकर्षक माने जाते हैं. सुबह और शाम के समय यहां का नज़ारा किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता, जहां हरियाली, ठंडी हवाएं और पहाड़ों का दृश्य हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है.

यह 900 एकड़ में फैला बागान है. उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी का चाय बागान लगभग 900 एकड़ में फैला हुआ है. यह विशाल क्षेत्र लोगों को न केवल प्रकृति से जोड़ता है, बल्कि फोटोग्राफी और शांति के लिए भी बेहतरीन जगह है.

चाय बागान में टिकट की व्यवस्था भी है. कुछ बागानों में प्रवेश के लिए टिकट लगता है, जो 50 से 150 रुपए के बीच होता है. वहीं, कुछ हिस्से ऐसे भी हैं, जहां पर्यटक बिना कोई शुल्क दिए प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं.

प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना है कौसानी. कौसानी के चाय बागान सुबह और शाम के समय बेहद सुंदर नजर आते हैं. हरियाली, ठंडी हवाएं और दूर तक फैली पहाड़ियां पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं. यहां की वादियों में घूमना किसी स्वर्गिक अनुभव से कम नहीं होता.

बागेश्वर के कौसानी आकर आप पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं. कौसानी के चाय बागान न केवल क्षेत्र की सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और क्षेत्र को पर्यटन के रूप में पहचान भी दिलाते हैं. ये बागान अब उत्तराखंड टूरिज्म का अहम हिस्सा बन चुके हैं.

आप स्थानीय चाय के स्वाद का आनंद ले सकते हैं. यहां घूमने आने वाले पर्यटक स्थानीय ऑर्गेनिक चाय का स्वाद लेना नहीं भूलते हैं. चाय की ताजगी और स्वाद यहां की खासियत है. कुछ बागानों में चाय टेस्टिंग की सुविधा भी मिलती है.
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