
ऋषिकेश और उसके आसपास कई खूबसूरत लेकिन जोखिम भरे वॉटरफॉल्स हैं जहां बरसात के मौसम में सतर्कता जरूरी है. इन स्थानों की सुंदरता आपको आकर्षित कर सकती है, लेकिन बारिश में यहां जाना जोखिम से भरा है.

ऋषिकेश न केवल योग और अध्यात्म के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां के झरने भी पर्यटकों को खूब आकर्षित करते हैं. खासकर बारिश के मौसम में जब चारों ओर हरियाली छा जाती है और झरने अपनी पूरी रफ्तार से बहने लगते हैं, तब इनकी खूबसूरती देखते ही बनती है. लेकिन यही खूबसूरती कई बार खतरनाक साबित हो जाती है, जब लोग सतर्कता बरतने के बजाय सिर्फ रोमांच की तलाश में आगे बढ़ जाते हैं.

बारिश के दिनों में झरनों का जलस्तर तेजी से बढ़ता है. बहाव इतना तेज हो जाता है कि सामान्य दिखाई देने वाली धाराएं भी खतरनाक बन सकती हैं. ऊपर से फिसलन भरे चट्टानी रास्ते और कीचड़ से भरे ट्रैक, पैदल चलने वालों के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाते हैं. कई मामलों में अचानक आई बाढ़ ने लोगों की जान तक ले ली है.

ऋषिकेश में हर साल ऐसे कई हादसे सामने आते हैं जहां युवा और पर्यटक फोटो खींचने, सेल्फी लेने या झरने के नीचे नहाने के दौरान हादसे का शिकार हो जाते हैं. ज़रा-सी लापरवाही और ‘कुछ खास करने’ की चाह, अक्सर जानलेवा साबित होती है. एनडीआरएफ और लोकल पुलिस द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद लोग नियमों की अनदेखी करते हैं.

आज का युवा वर्ग सोशल मीडिया पर एडवेंचर भरे कंटेंट की तलाश में जोखिम भरे स्टंट कर बैठता है. इंस्टाग्राम या यूट्यूब के लिए एक परफेक्ट शॉट लेने के चक्कर में कई लोग झरनों के बेहद करीब चले जाते हैं या खतरनाक पोज़ में खड़े हो जाते हैं, जिससे संतुलन बिगड़ने पर गंभीर चोट या मौत तक हो सकती है

मॉनसून के दौरान प्रशासन समय-समय पर चेतावनी जारी करता है और कई बार कुछ ट्रेक्स या झरनों के पास जाने पर अस्थायी रोक भी लगाई जाती है. लेकिन कुछ लोग इन चेतावनियों को गंभीरता से नहीं लेते. प्रशासन की चेतावनी को मानना आपकी सुरक्षा के लिए जरूरी है, न कि कोई औपचारिकता.

अगर आप केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना चाहते हैं, तो झरनों को दूर से निहारना ही बेहतर है. ऊंचाई से गिरते पानी की गर्जना और आसपास की हरियाली वैसे ही मन मोह लेने के लिए काफी है. जान जोखिम में डालकर झरने के पास जाकर कोई बहादुरी नहीं दिखाई जाती, बल्कि समझदारी इसी में है कि आप औरों के लिए उदाहरण बनें.

यह याद रखना जरूरी है कि जीवन से बड़ा कोई एडवेंचर नहीं होता. हर साल देशभर में कई लोग केवल एक तस्वीर, एक वीडियो या थोड़ी मस्ती के लिए अपनी जान गंवा बैठते हैं. अपने और अपने परिवार के लिए सावधानी बरतें, सुरक्षा नियमों का पालन करें और जरूरत पड़े तो दूसरों को भी समझाएं कि थोड़ी सी लापरवाही भी बहुत बड़ी कीमत ले सकती है.

ऋषिकेश और उसके आसपास कई खूबसूरत लेकिन जोखिम भरे वॉटरफॉल्स हैं जहां बरसात के मौसम में विशेष सतर्कता जरूरी है. इनमें नीर गढ़ झरना, पत्थर पानी वॉटरफॉल, फक्कू झरना, गाडू घाट झरना, पार्वती झरना और फूल चट्टी वॉटरफॉल प्रमुख हैं. इन स्थानों की सुंदरता आपको आकर्षित कर सकती है, लेकिन बारिश में यहां जाना जोखिम से भरा हो सकता है. इसलिए, अगर इन जगहों पर जाना हो तो मौसम की स्थिति, प्रशासन की चेतावनियों और सुरक्षा उपायों का पूरा ध्यान रखें.
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