
पाली जिले में स्थित गोरम घाट को राजस्थान का ‘कश्मीर’ कहा जाता है. यह अरावली की खूबसूरत वादियों में बसा है. झरनों, बादलों और पहाड़ियों से घिरे इस स्थल का अनुभव किसी हिल स्टेशन जैसा लगता है.
- गोरम घाट को राजस्थान का कश्मीर कहा जाता है.
- यह स्थल झरनों, बादलों और पहाड़ियों से घिरा है.
- पाली से 45 किमी दूर स्थित गोरम घाट में हेरिटेज ट्रेन चलती है.
पाली. यूं तो राजस्थान राजा-रजवाड़ों और अपने शाही अंदाज के लिए पहचाना जाता है. यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने यहां आते हैं. लेकिन मारवाड़ और मेवाड़ के बीच अरावली की वादियों में बसा गोरम घाट हू-ब-हू कश्मीर जैसा ही नजर आता है. इसी कारण गोरम घाट राजस्थान के कश्मीर के रूप में भी जाना जाता है. यहां का प्राकृतिक सौंदर्य बरबस ही अपनी ओर खींच लेता है. गोरम घाट के आस-पास ऊंची पहाड़ियां, बादलों का डेरा और ऊंचे झरनों को देखकर आप मोहित हो जाएंगे. यहां ट्रेन से सफर का भी अदभुत नजारा है.
मारवाड़-मेवाड़ के बीच अरावली की वादियों में बसा गोरमघाट आपको कश्मीर, दाजर्लिंग का अहसास करा देगा. इसे राजस्थान का कश्मीर और दाजर्लिंग भी कहा जाता है. जोगमंडी वॉटर फॉल के ठंडे पानी में नहाने के लिए हर दिन मेवाड़-मारवाड़ से करीब 3 हजार से भी अधिक लोग पहुंच रहे है. खास बात है कि अब ट्रेन के साथ ही सैलानी अपने निजी वाहन से भी गोरमघाट आ सकते है.
पाली से 45 किलोमीटर दूर है गोरम घाट
यदि आप घूमने के शौकिन हैं तो गोरम घाट जरूर आएं. पाली शहर से बात करें तो इसकी दूरी महज 45 किलोमीटर है. गोरम घाट के आस-पास ऊंची पहाड़ियां, बादलों का डेरा और ऊंचे झरनों को देख मोहित हो जाएंगे. यहां ट्रेन से सफर का भी अदभुत नजारा है. देवगढ़ उपखंड के कामलीघाट और मारवाड़ स्टेशन से मीटर गेज रेल मारवाड़- कामलीघाट- मारवाड़ एवं वेलिक्विन हेरिटेज ट्रेन का संचालन किया जाता है.
हेरिटेज ट्रेन में होता है इसका अद्भूत सफर
ये ट्रेन मारवाड़ जंक्शन से सुबह 9.45 बजे रवाना होकर दोपहर 12:45 बजे कामलीघाट स्टेशन पर पहुँचती है. वापसी में दोपहर 2.30 बजे रवाना होकर ट्रेन शाम 5.30 बजे मारवाड़ जंक्शन पहुंच रही है. इस हेरिटेज ट्रेन में एक बार में 55-60 यात्री यात्रा कर सकेंगे. ट्रेन में एक व्यक्ति के आने-जाने का किराया 2000 रुपये है.
रेलवे ने वैकल्पिक ट्रेन को आकर्षक लुक देने लिए इसके इंजन को पुराने भाप इंजन का आकार दिया है. हेरिटेज ट्रेन के सिंगल कोच पर राजस्थानी चित्रकारी के साथ हाथी-घोड़े और पालकी उकेरी गई है. वातानुकूलित हेरिटेज ट्रेन गोरमघाट, फुलाद और कामलीघाट स्टेशन पर तो रुकेगी, लेकिन पर्यटक इसे बीच रास्ते में भी रुकवा सकते हैं. इस ट्रेन के साथ 49 सीट का विस्टा डोम कोच, एक स्टाफ का कोच और एक इंजन लगाया है.
एक दशक से डिजिटल जर्नलिज्म में सक्रिय. दिसंबर 2020 से News18Hindi के साथ सफर शुरू. न्यूज18 हिन्दी से पहले लोकमत, हिन्दुस्तान, राजस्थान पत्रिका, इंडिया न्यूज की वेबसाइट में रिपोर्टिंग, इलेक्शन, खेल और विभिन्न डे…और पढ़ें
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