
Jaipur News: सांभर झील खारे पानी की झील और पर्यटक स्थल है, जहां प्रवासी पक्षी आते हैं. यहां पीके और जोधा अकबर की शूटिंग हुई है. पास में शाकम्भरी देवी मंदिर और सांभर किला हैं.

जयपुर. सांभर झील खारे पानी की एक झील है और एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है. यहां फ्लेमिंगो, पेलिकन और क्रेन जैसे कई प्रवासी पक्षी आते हैं. इन्हें देखने के लिए देशी और विदेशी पर्यटक यहां आते हैं. झील की सफेद चादर फिल्म शूटिंग के लिए भी मशहूर है. यहां पीके और जोधा अकबर जैसी प्रसिद्ध फिल्मों की शूटिंग भी हुई है. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय झील का नज़ारा बेहद खूबसूरत होता है. यहां नमक की ट्रेन भी देखने लायक है, जो अंग्रेजों के जमाने से चल रही है. आइए, सांभर झील के आसपास घूमने वाली पांच जगहों के बारे में जानते हैं.

1. शाकम्भरी देवी मंदिर: यह मंदिर सांभर झील से लगभग 15 किमी दूर अरावली पहाड़ियों की तलहटी में स्थित है. यह चौहान वंश की कुलदेवी को समर्पित है. माना जाता है कि देवी शाकम्भरी ने यहां 100 वर्षों के सूखे के बाद वर्षा करवाई थी. नवरात्रि के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी शैली में बनी है और इसके आसपास का प्राकृतिक नजारा बहुत सुंदर है. यह मंदिर लगभग 2500 साल पुराना माना जाता है.

2. देवयानी तीर्थ स्थल: यह स्थान सांभर झील के पास मौजूद है और एक प्राचीन धार्मिक स्थल है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं से जुड़ा है. माना जाता है कि दैत्य गुरु शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी ने यहां तपस्या की थी. यहां एक पवित्र कुंड है, जिसमें स्नान करने से पापों का नाश होता है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं. इस कुंड को “सभी तीर्थों की नानी” कहा जाता है. देवयानी तीर्थ के आसपास कई छोटे मंदिर और घाट बने हुए हैं, जो इस स्थान की धार्मिक महत्ता को बढ़ाते हैं.

3. सांभर किला: यह ऐतिहासिक किला सांभर झील के निकट स्थित है और चौहान वंश के शासकों द्वारा बनवाया गया था. बाद में यह मुगलों और राजपूतों के अधीन रहा. इस किले की वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाते हैं. यहां से सांभर झील का मनोरम दृश्य दिखाई देता है. किले के अंदर प्राचीन शिल्पकला और राजपूत शैली की झलक मिलती है. यह स्थान इतिहास प्रेमियों और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए बेहतरीन है.

<br />4. बंजारों की छतरिया: सांभर रेलवे स्टेशन के पास स्थित यह स्थान बंजारा समुदाय की स्मृति में बनी सफेद संगमरमर की छतरियों के लिए प्रसिद्ध है. यह जगह फोटोग्राफी के लिए मशहूर है और सांभर के इतिहास व संस्कृति को दर्शाती है. यहां की वास्तुकला और शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.

5. पांचोता कुंड: नावां से 15 किमी दूर स्थित यह धार्मिक स्थल बारिश के मौसम में झरनों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. यहां का शांत वातावरण और पवित्र जल पर्यटकों को आकर्षित करता है. पांचोता कुंड को आस्था का प्रतीक माना जाता है और यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है. यह स्थान पिकनिक मनाने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है.
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