
हर साल अमरनाथ यात्रा का श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार रहता है. इस यात्रा के जरिए भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन करते हैं, लेकिन यह यात्रा आसान नहीं है.

हाइलाइट्स
- अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक चलेगी
- यह यात्रा पहलगाम और बालटाल से शुरू होती है
- इस बार यहां श्रदालु दर्शन के लिए हेलिकॉप्टर सेवा नहीं ले पाएंगे
Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है. श्रद्धालु इस यात्रा के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं. यह एक बेहद पवित्र स्थल है लेकिन बाबा बर्फानी के दर्शन करना आसान नहीं है क्योंकि यात्रा बेहद कठिन मानी जाती है. अगर आप अमरनाथ यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन बातों पर जरूर गौर करें ताकि यात्रा करने के दौरान दिक्कत ना आए.
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक चलेगी. इस 38 दिन की यात्रा के 2 रूट हैं. आप अपनी सुविधा के अनुसार रास्ता चुन सकते हैं. इस समय मानसून होता है इसलिए बारिश की संभावना बनी रहती है. ऐसे में पहलगाम का रूट बेस्ट है. यह ट्रैक भले ही 43 किलोमीटर लंबा हो लेकिन सुविधाजनक है. इस रास्ते से ट्रैकिंग करते हुए बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 4 से 5 दिन काफी हैं. वहीं दूसरा रूट बालटाल से है. यह ट्रैक 14 किलोमीटर का है लेकिन यहां ट्रैकिंग करना आसान नहीं है. रास्ते के साइड में गहरी खाई हैं. ट्रैक छोटा होने के कारण यहां संभलकर चलना पड़ता है लेकिन इससे दर्शन 1 से 2 दिन में पूरे हो जाते हैं.
5 दिन का बना सकते हैं ट्रिप
अगर आप अमरनाथ यात्रा पैदल करना चाहते हैं तो आपको 5 दिन की ट्रिप प्लान करनी होगी. अगर आप दिल्ली या दूसरे शहर से यात्रा कर रहे हैं तो पहले दिन श्रीनगर पहुंचे. यहां आराम करने के बाद बालटाल या पहलगाम पहुंच जाएं. दूसरे दिन बेस कैंप से ट्रैकिंग शुरू करें और पंचतरणी पहुंचें. रात को यहां रुकने के बाद तीसरे दिन पंचतरणी से गुफा तक ट्रैकिंग करें. बाबा बर्फानी के दर्शन करने के बाद उसी दिन पंचतरणी आ जाएं. चौथे दिन यहां से बेस कैंप की वापसी करें और 5वें दिन श्रीनगर से अपने शहर निकल जाएं. आप बेस कैंप खच्चर भी ले सकते हैं. इसकी कीमत ट्रैक के हिसाब से है जो 2 हजार रुपए से शुरू है. यहां हेलिकॉप्टर सर्विस भी है लेकिन इस बार सरकार ने इस सेवा को बंद कर दिया है और सुरक्षा कारणों से इस जगह को नो फ्लाइंग जोन बना दिया है. अमरनाथ यात्रा के लिए सुविधा के हिसाब से अलग-अलग पैकेज हैं. बेसिक पैकेज की कीमत 10 हजार रुपए से शुरू है.
बारिश और बर्फ होने की वजह से वाटरप्रूफ जूते पहनें (Image-Canva)
अमरनाथ यात्रा आसान नहीं है. यहां कई किलोमीटर के ट्रैक हैं, संकरे रास्ते हैं और खाई भी हैं. ऐसे में चढ़ाई चढ़ने के लिए आपको मानसिक और शारीरिक तौर पर खुद को तैयार करना होगा. यात्रा से कुछ दिन पहले 40 मिनट से 1 घंटे की वॉक शुरू करें. सीढ़ियों पर चढ़कर वर्कआउट करें. चलने पर सांस ना फूले, इसके लिए प्राणायाम समेत कई ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. हेल्दी डाइट लें, खाने में फल-सब्जियों को शामिल करें.
यात्रा में इन बातों का रखें ध्यान
अमरनाथ यात्रा के दौरान सांस बहुत फूलता है इसलिए पानी पीते रहें. अगर सांस चढ़ता है तो अपने साथ कपूर जरूर लेकर जाएं और बीच-बीच में सूंघते रहें, इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रहेगी और सांस नहीं फूलेगी. अपने साथ ऊनी कपड़े, जैकेट, थर्मल वियर जरूर पैक करें. वहां बारिश कभी भी हो सकती है, इसलिए रेनकोट, छतरी और शूज कवर जरूर रखें. कैंप में बिजली की समस्या हो सकती है इसलिए टॉर्च और पावर बैंक लेकर जाएं. साथ में ORS, बैंड-एड और सभी जरूरी दवाएं पैक करें. जम्मू-कश्मीर में प्रीपेड सिम कार्ड नहीं चलता है इसलिए सिम को पहले ही पोस्टपेड करा लें.
Active in journalism since 2012. Done BJMC from Delhi University and MJMC from Jamia Millia Islamia. Expertise in lifestyle, entertainment and travel. Started career with All India Radio. Also worked with IGNOU…और पढ़ें
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