
Bhilwara Latest News: भीलवाड़ा में अच्छी बारिश हो गई हैं जिसके कारण बरसाती झरने बहने लगे हैं. इनमें बिजोलिया क्षेत्र में मानगढ़ की पहाड़ियों से बहने वाले झरने की अपनी अलग खासियत है.

( रवि पायक ) भीलवाड़ा – प्री मानसून के बारिश के साथ अब बारिश का सीजन शुरू हो गया है बारिश के मौसम में अगर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो भीलवाड़ा सहित भीलवाड़ा के आसपास क्षेत्र में ऐसे कई खूबसूरत झरने हैं जहां आप अपनी छुट्टियां आराम से बिता सकते हैं यहां न केवल आप झरने का आनंद ले सकते हैं बल्कि यह अपने परिवार के साथ पिकनिक और अपने परिवार के साथ एक शानदार दिन बिता सकते हैं भीलवाड़ा के पास भड़क झरना है जो भीलवाड़ा के आसपास के प्रमुख झरनों में से एक है यह वह जानना है जहां प्रकृति का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है और यहां मानसून में लोगों की अच्छी खासी भी देखी जाती है

भीलवाड़ा में अच्छी बारिश हो गई हैं जिसके कारण बरसाती झरने बहने लगे हैं. इनमें बिजोलिया क्षेत्र में मानगढ़ की पहाड़ियों से बहने वाले झरने की अपनी अलग खासियत है. ये एक ही जगह पर 7 भागों में बंटा है ऐसा लगता है सात झरने एक साथ बह रहे हैं. 400 मीटर चौड़ाई में एक ही जगह से बहने वाला झरना अपने आप में प्राकृतिक सुंदरता का एक अनूठा उदाहरण है. इस झरने की सबसे बड़ी खासियत है कि यह खतरनाक नहीं है. इसके बहाव क्षेत्र में कहीं भी गहराई नहीं है. इसके चलते यहां लोगों का जमावड़ा लगा रहता है.

भीलवाड़ा जिले के छोटी बिजौलिया के स्थित भड़क झरना है, जो इन दिनों बारिश के साथ 30 फिट ऊंचाई से 7 झरने एक साथ बहते हैं. जब बारिश अपने चरण पर होती है तो जोड़ने की सुंदरता और भी ज्यादा बढ़ जाती है इसके बाद तुझे यहां पर्यटकों की भीड़ और भी ज्यादा बढ़ जाती है

भड़क झरने की सबसे खास बात यह है कि झरने के मध्य गुफा मे शिवलिंग, जिसे भड़का महादेव कहते है जिसके प्राकृतिक रूप से जलाभिषेक होता है और मानसून में भीलवाड़ा सहित आस-पास क्षेत्र के लोग यहां झरना का लुत्फ उठाने के लिए पहुंचते हैं.

भड़क झरना अपने आप में एक प्राकृतिक पर्यटक स्थल है. यहां प्रकृति द्वारा निर्मित ऐसे कई चीज हैं, जिसके माध्यम से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. यहां एक प्रकृति का अद्भुत नजारा भी देखने को मिलता है.

इस स्थल पर पहुंचने के लिए भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूरी पर स्थित बिजोलिया और फिर 18 किलोमीटर दूर भड़क झरना आना होगा. यहां से बस या फिर रेल का कोई साधन नहीं है. इसलिए यहां आने वाले पर्यटक अपने निजी वाहनों के माध्यम से इस झरने पर पहुंचते हैं.

बिजोलिया क्षेत्र के मानगढ़ की पहाड़ियों के जंगल से यह प्राकृतिक झरना बहता है एक ही जलधारा से सात झरने निकलते हैं इसलिए इसे सेवन फॉल का नाम दिया हुआ है झरने के शुरू होने से ही भीलवाड़ा, कोटा, चित्तौड़गढ़, बूंदी, टोंक, जयपुर और मध्य प्रदेश के लोग यहां सैर सपाटे के लिए आते हैं प्रतिदिन यहां एक हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ देखी जा सकती है.

जिले के बिजोलिया उपखंड से पश्चिम दिशा में यह झरना स्थित है. इस झरने तक पहुंचने के लिए 13 किलोमीटर तक पक्की सड़क है. इसके बाद 2 किलोमीटर कच्चा मार्ग है झरने के गिरने के बाद करीब 350 फीट का समतल प्लेटफॉर्म है जहां पर्यटक आराम से इस झरने के लुत्फ उठा सकते हैं.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.