
Dehradun news in hindi : ये एक ऐसी जगह है, जिसे चीन ने बाकी दुनिया से बिल्कुल अलग-थलग कर रखा है. फिर भी अगर आप यहां घूमना चाहते हैं तो ये आप अपनी ख्वाहिश बिना किसी झंझट के पूरी कर सकते हैं.

देहरादून में यहां है ‘मिनी तिब्बत’, लाफिंग से लेकर थुकपा तक क़ई डिश का स्वाद
पहुंचते ही घुमाते हैं धर्मचक्र
बुद्ध मंदिर में जाने वाले कई लोग यहां धर्मचक्रों को घूमाना नहीं भूलते. वे मानते हैं कि इन्हें घुमाने पर सच्चे मन से मांगी जाने वाली इच्छा पूरी होती है. इसके मुख्य द्वार की दाईं ओर धर्मचक्रों की एक लंबी लाइन आपका स्वागत करती है. पर्यटक इन धर्मचक्रों को दाएंं हाथ से घुमाते हुए आगे बढ़ते हैं. सुबह के वक्त यहां भिक्षुओं के ‘ओम मणि पद्मे हुम’ मंत्र का जाप भी सुनने को मिलेगा, जो पूरे वातावरण को और भी आध्यात्मिक बना देता है. ध्यान रहे कि यहां आप रविवार के दिन ही जाएं, क्योंकि पर्यटकों के लिए ये उसी दिन खोला जाता है. तिब्बती समुदाय के बारे में ज्यादा जानकारी लेने के लिए यह एक अच्छी डेस्टिनेशन है. यहां गौतम बुद्ध और गुरु पद्मसम्भव की विशाल और आकर्षक प्रतिमाएं हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. वैसे तो ये तिब्बती समुदाय का मठ है, लेकिन यहां हर धर्म के पर्यटक घूमने आते हैं.
कब पड़ी नींव, कैसे पहुंचे
इस बुद्ध मठ का इतिहास काफी पुराना है. साल 1965 में इसके बनने की शुरुआत हुई. 1965 में कोचेन रिनपोचे के साथ-साथ तिब्बती, चीनी, जापानी और लद्दाखी कलाकारों ने जापानी वास्तु शैली में यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार किया. इसमें लगभग 500 लामा रहते हैं. अगर आप देहरादून घूमने के लिए आ रहे हैं तो इस आध्यात्मिक स्थान से अपनी यात्रा की शुरुआत करें. यह जगह देहरादून के मशहूर पर्यटन स्थलों में शुमार है. आप मिंड्रोलिंग मॉनेस्ट्री दर्शन करने के लिए आसानी से यहां पहुंच सकते हैं. यह देहरादून बस अड्डे यानी आईएसबीटी से सिर्फ 7 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां पर पहुंचने के लिए आईएसबीटी से ही 5 नंबर का विक्रम ले सकते हैं.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.