
अगर आप बरेली जिले या उसके आसपास के इलाके में रहते हैं और गर्मियों की छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो उत्तराखंड के नैनीताल, भीमताल, जागेश्वर, मुक्तेश्वर, बाबा नीम करौली जैसे खूबसूरत और शांत पिकनिक स्पॉट्स आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकते हैं. इन स्थानों पर आप अपने परिवार के साथ न सिर्फ ठंडे मौसम का आनंद ले सकते हैं, बल्कि प्रकृति की गोद में सुकून भरे पल भी बिता सकते हैं. कम बजट में शानदार ट्रिप का मजा उठाने के लिए ये जगहें गर्मियों की छुट्टियों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं.

अगर आप भी गर्मियों की छुट्टियों में घूमने का प्लान बना रहे हैं और किसी आस्था व पॉजिटिव ऊर्जा से भरपूर जगह जाना चाहते हैं, तो बरेली से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाबा नीम करौली का मंदिर एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. यहां वर्ल्ड की कई बड़ी हस्तियां भी अपनी इच्छा से बाबा नीम करौली के दर्शन करने आती हैं. मान्यता है कि जो भी भक्त यहां मुराद लेकर आते हैं, बाबा उनकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं. साथ ही, गर्मियों के समय में यह स्थान काफी ठंडा रहता है, जिस कारण पर्यटक बड़ी संख्या में यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

बरेली शहर से करीब 160 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कसार देवी एक ऐसा आध्यात्मिक स्थल है, जहां दुनियाभर से लोग मेडिटेशन के लिए आते हैं. यह स्थान अपनी विशेष मैग्नेटिक फील्ड के लिए जाना जाता है, जिसके कारण यहां ध्यान और योग का अभ्यास करने पर अद्भुत शांति और ऊर्जा का अनुभव होता है. मां कसार देवी का यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी यह वर्ल्ड के बेस्ट मेडिटेशन स्पॉट्स में गिना जाता है. यहां पहुंचने के लिए पर्यटकों को अल्मोड़ा से होकर आना होता है. गर्मियों के मौसम में ठंडी वादियों का लुत्फ उठाने और ध्यान की अनुभूति पाने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं.

बरेली से लगभग 180 किलोमीटर दूर और नैनीताल से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुक्तेश्वर हिल एक शांत और सुरम्य हिल स्टेशन है, जो अपने ठंडे मौसम और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यहां से अल्मोड़ा व्यू और हिमालय व्यू का मनमोहक नज़ारा देखने को मिलता है, जो पर्यटकों को खासा आकर्षित करता है. मुक्तेश्वर में चाय के बागान और सेव की खेती पहाड़ी पर्यावरण के बीच की जाती है, जो इसे और भी खास बना देती है. जून की छुट्टियों में बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आकर उत्तराखंड की ठंडी हवाओं और सुंदर नज़ारों का लुत्फ उठाते हैं.

जागेश्वर धाम, बरेली से लगभग 200 किलोमीटर और अल्मोड़ा से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह स्थान भगवान महादेव का प्रमुख तीर्थस्थल माना जाता है, जहां शिव के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि यहां विशेष विधि-विधान से की गई पूजा घर की शांति और सुख-समृद्धि के लिए बेहद प्रभावी होती है. जून के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां महादेव के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. जागेश्वर धाम का ठंडा और शांत वातावरण इसे एक आदर्श वीकेंड डेस्टिनेशन भी बना देता है, जहां श्रद्धा के साथ-साथ प्रकृति की शांति का भी अनुभव होता है.

बरेली से करीब 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नैनीताल एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है, जिसे बरेली क्षेत्र के लोग उत्तराखंड घूमने की पहली पसंद मानते हैं. बरेली को उत्तराखंड का द्वार भी कहा जाता है, क्योंकि यहां से पहाड़ों की ओर सफर की शुरुआत होती है. जून की छुट्टियों में अगर आप ठंडी हवा और खूबसूरत नजारों के बीच कुछ सुकून भरे पल बिताना चाहते हैं, तो नैनीताल आपके लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन साबित हो सकता है. कम बजट में भी यहां आप फैमिली के साथ शानदार समय बिता सकते हैं. बोटिंग से लेकर प्राकृतिक नजारों तक, यहां मनोरंजन के कई साधन मौजूद हैं, जो आपके ट्रिप को यादगार बना देंगे.

बरेली से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भीमताल, गर्मियों में घूमने के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन माना जाता है. नैनीताल के पास बसे इस खूबसूरत स्थल की खासियत यह है कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता ने कई बॉलीवुड फिल्मों को भी अपनी ओर आकर्षित किया है. भीमताल में हर साल कई एक्टर शूटिंग के लिए पहुंचते हैं. जून के महीने में बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आकर ठंडी हवाओं और शांत झील के किनारे सुकून के पल बिताते नजर आते हैं. उत्तराखंड के इस हिल स्टेशन पर आप कम बजट में अपनी फैमिली के साथ पिकनिक या समर हॉलीडे का भरपूर आनंद ले सकते हैं.

अगर यात्री बरेली से उत्तराखंड की यात्रा करना चाहते हैं, तो इसके लिए बरेली के पुराना रोडवेज या सैटलाइट बस स्टैंड से एसी या नॉन-एसी बस की सुविधा उपलब्ध है. बेहद कम बजट में यात्री उत्तराखंड के प्रवेश द्वार हल्द्वानी तक आसानी से पहुंच सकते हैं. हल्द्वानी से आगे की यात्रा—चाहे वह नैनीताल, जागेश्वर धाम, बाबा नीम करौली, मुक्तेश्वर, भीमताल या कसार देवी हो—के लिए वहां से उत्तराखंड परिवहन की बसें उपलब्ध होती हैं. इसके अलावा, हल्द्वानी बस स्टैंड के बाहर टैक्सी स्टैंड भी है, जहां से यात्री अपनी सुविधा अनुसार टैक्सी लेकर अपनी मनचाही डेस्टिनेशन तक पहुंच सकते हैं.

इज्जतनगर रेलवे स्टेशन को उत्तराखंड का द्वार माना जाता है, क्योंकि यहां से बड़ी संख्या में पर्यटक ट्रेन के माध्यम से उत्तराखंड की ओर रुख करते हैं. बरेली सिटी रेलवे स्टेशन या इज्जतनगर स्टेशन से यात्री लालकुआं और हल्द्वानी के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं, जो उत्तराखंड की पहाड़ियों की ओर जाने का मुख्य मार्ग है. अगर आप भी जून की छुट्टियों में उत्तराखंड घूमने का प्लान बना रहे हैं और बजट फ्रेंडली यात्रा चाहते हैं, तो ट्रेन से सफर एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. उत्तराखंड पहुंचने के बाद आप वहां से बस, टैक्सी या निजी वाहन के जरिए आसानी से नैनीताल, मुक्तेश्वर, भीमताल, जागेश्वर धाम जैसे सुंदर हिल स्टेशनों की सैर कर सकते हैं.
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