
Hyderabad Travel News: टेक्सास रॉक्स वैली, हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित एक छिपी हुई खूबसूरत घाटी है. यह जगह फोटोग्राफी, प्री-वेडिंग शूट और पिकनिक के लिए मशहूर है. मानसून में यहां का नज़ारा और भी अद्भुत हो …और पढ़ें
- टेक्सास रॉक्स वैली हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित है.
- मानसून में यहाँ का नज़ारा और भी अद्भुत हो जाता है.
- यह जगह फोटोग्राफी और पिकनिक के लिए मशहूर है.
हैदराबाद: सोशल मीडिया के इस दौर में ट्रैवल इन्फ्लुएंसर्स ने हैदराबाद के हर कोने को एक्सप्लोर कर लिया है, लेकिन एक जगह अभी भी शहर के बाहरी इलाके में गुमनाम है. टेक्सास रॉक्स वैली, जिसे मानसा हिल्स भी कहा जाता है, अनंतगिरी पहाड़ियों और लकनावरम झील जैसी जगहों के मुकाबले अभी भी पर्यटकों की नज़रों से दूर है. यह घाटी एकांत और प्राकृतिक सुंदरता की तलाश करने वालों के लिए बेहतरीन जगह है.
हैदराबाद से महज 30 किलोमीटर दक्षिण में स्थित यह घाटी राजेंद्रनगर मंडल के हयातनगर इलाके में है. घाटी तक पहुंचने के लिए कुछ दूरी पैदल चलनी पड़ती है. यहां पहुंचने पर आपका स्वागत होगा लाल रंग की विशाल चट्टानों, गहरी घाटियों और मानसून में बने उथले पानी के कुंडों से. यहां की चट्टानों की बनावट इतनी अलग है कि यह अमेरिका के टेक्सास राज्य जैसी लगती है. सूरज की रोशनी में यहां की चट्टानों पर पड़ने वाली छायाएं फोटोग्राफर्स और ड्रोन एंथुजियास्ट्स के लिए स्वर्ग जैसी हैं. ध्यान रखें कि चट्टानें फिसलन भरी हो सकती हैं, खासकर बारिश के बाद. अपने साथ पानी और सनस्क्रीन लेकर जाएं क्योंकि यहां छाया नहीं मिलेगी. कचरा न फैलाएं, यह अदभुत प्राकृतिक स्थल है और इसे साफ रखना हमारी जिम्मेदारी है.
यहां क्या कर सकते हैं?
यहां कोई फिक्स्ड ट्रेल नहीं है लेकिन आप अपनी मर्जी से घाटी में घूम सकते हैं. बस किनारों पर सावधानी बरतें. यह जगह फोटोग्राफी, प्री-वेडिंग शूट और फिल्म शूट के लिए मशहूर है. मानसून में यहां का नज़ारा और भी खूबसूरत हो जाता है. अगर आप पिकनिक के लिए शांत वातावरण में दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं तो यह बेहतरीन जगह है.
जाने का सबसे अच्छा समय जून-सितंबर का है जब चट्टानों के बीच पानी के कुंड बन जाते हैं और पूरी घाटी हरी-भरी दिखती है. यह हयातनगर, राजेंद्रनगर मंडल में स्थित है. आप निजी कार, बाइक या बस से भी जा सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे यहां पहुंचने का रास्ता आसान नहीं है, न कोई साइनबोर्ड है और न ही स्पष्ट दिशा-निर्देश. जीपीएस भी कई बार काम नहीं आता है, इसलिए स्थानीय लोगों से रास्ता पूछना पड़ सकता है.
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