
हमारे देश में ऐसी कई ऐतिहासिक स्मारक हैं जो भारत के इतिहास की गवाही देते हैं. यह मॉन्यूमेंट बेहद अनोखे और अद्भुत हैं. हर किसी को यहां एक बार जरूर जाना चाहिए.

Unique historical places in India: भारत की संस्कृति जितनी समृद्ध है, इसका इतिहास उतना ही संपन्न है. भारत में ऐसे कई स्मारक हैं जो बेहद अनोखे हैं लेकिन टूरिस्ट के बीच पॉपुलर नहीं है. इनका भी अपना एक इतिहास है लेकिन जिक्र बेहद कम या होता ही नहीं है. कुछ को तो भूतीया जगह भी कहते हैं. अगर आप कुछ हटकर मॉन्यूमेंट्स देखना चाहते हैं तो इन 5 जगहों पर जरूर जाएं.
आपने आगरा के ताजमहल के बारे में तो हमेशा पढ़ा होगा. इसे शाहजहां से अपनी बेगम मुमताज की याद में बनाया था. इसे मोहब्बत की निशानी भी माना जाता है. देश-विदेश से लोग इस अजूबे को देखने पहुंचते हैं लेकिन महाराष्ट्र में भी इसी तरह की प्यार की निशानी है. इसे बीबी का मकबरा कहा जाता है जो औरंगाबाद में है. इस मकबरे को औरंगजेब के बेटे आजम शाह ने अपनी मां दिलरस बानो बेगम की याद में बनवाया था. इसका आर्किटेक्चर हूबहू ताजमहल की तरह है. इसमें भी संगमरमर का काम हुआ है. इसे ‘दक्कन का ताज’ कहा जाता है.
दिल्ली का भूतिया महल था कभी शिकारगाह
दिल्ली में हॉन्टेड जगहों का जिक्र होता है तो भूली भटियारी का नाम जरूर आता है. यह करोल बाग के पास है. टूरिस्टों से यह जगह अनजान है. लेकिन यहां जंगलों को पार करके आसानी से पहुंचा जा सकता है. लोग इसे रहस्यमयी जगह कहते हैं. लेकिन इस महल को तुगलक वंश के फिरोजशाह तुगलक ने बनवाया था. यह एक शिकारगाह था क्योंकि शासक शिकार करने के बाद यहीं आराम करते थे. यह जगह बेहद शांत है और अगर आपको डर नहीं लगता तो आप दिन में इस जगह को घूम सकते हैं.
ऐतिहासिक स्मारकों की दीवारों पर कभी कुछ लिखना नहीं चाहिए (Image-Canva)
कर्नाटक के बीजापुर में गोल गुम्बज नाम का मकबरा है. इसे 17वीं शताब्दी में मोहम्मद आदिल शाह ने बनवाया था. इस मकबरे की डोम्स एशिया में सबसे बड़ी हैं जो बिना पिलर के खड़ी हैं. यहां के सेंटर को विस्पिरिंग गैलरी नाम दिया गया है क्योंकि यहां एक कोने में बोली गई हल्की आवाज भी दूसरे कोने में साफ सुनाई देती है. यही नहीं हर आवाज 7 बार गूंजती है. यहां की संरचना आपको हैरान कर देगी.
किसी आर्ट गैलरी से कम नहीं रानी की वाव
गुजरात के पाटन में एक पुराना सीढ़ीदार कुंआ है जिसे रानी की वाव कहते हैं. दरअसल यह एक बावड़ी है जिसे 11वीं सदी में राजा भीमदेव प्रथम ने अपनी पत्नी रानी उदयमति की याद में बनवाया था. इसमें सीढ़ी के 7 स्तर है और बीच में पानी है. यहीं नहीं इसके चारों तरफ 500 से ज्यादा मूर्तियां बनी हैं जो पौराणिक कथाओं को दिखाती हैं. यहां की नक्काशी देखने लायक है. अगर आप इस जगह पर पहुंचते हैं तो आपको यहां आर्ट गैलरी जैसा अनुभव होगा. इस जगह को 1940 में खोजा गया था और 2014 में इसे यूनेस्को वर्ल्ड साइट में शामिल किया गया.
मानव सभ्यता की दिखेगी झलक
मध्यप्रदेश के रायसेन में भीमबेटका रॉक शेल्टर्स है. यह दिखने में गुफा जैसी जगह है जो चारों तरफ बड़ी-बड़ी चट्टानों से घिरी हुई है. इसका इतिहास 30 हजार साल पुराना है. यह जगह बेहद अनोखी है. यहां आपको ऐसे चित्र देखने को मिलेंगे जो मानव सभ्यता से जुड़े हैं जैसे जानवर, शिकार, नृत्य, समुदाय जीवन. इस जगह की खोज 1957 में मशहूर पुरातत्वविद् डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर ने की थी. 2003 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया.
Active in journalism since 2012. Done BJMC from Delhi University and MJMC from Jamia Millia Islamia. Expertise in lifestyle, entertainment and travel. Started career with All India Radio. Also worked with IGNOU…और पढ़ें
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