
Symptoms Of Krait Snake Bite : भारत में सांपों की एक अद्भुत दुनिया है, जहां लगभग 350 विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं. कुछ विशालकाय तो कुछ छोटे, कुछ चटख रंगों वाले तो कुछ सादे, और उनके स्वभाव में भी काफी अंतर होता है. इनमें से कुछ अपनी जानलेवा ज़हर के लिए जाने जाते हैं, जबकि ज्यादातर बिल्कुल हानिरहित होते हैं.

मानसून के आते ही सांप के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. खासकर खेती करने वाले लोगों को सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि सांप के काटने से मौत भी हो सकती है. समय पर इलाज लेना बहुत जरूरी है.

मिशन स्नेक डेथ फ्री इंडिया के कोऑर्डिनेटर डॉ. आशीष त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश में पाए जाने वाले करैत सांप के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह अत्यधिक विषैला सांप पूरे भारत में पाया जाता है, और उत्तर प्रदेश में भी आम है. करैत सांप आमतौर पर काले रंग का होता है, जिसकी पहचान उसके शरीर पर चमकदार धारियों से की जा सकती है. इसकी आंखें बड़ी और गोल होती हैं. करैत का विष बहुत खतरनाक होता है.

बरसात के मौसम में करैत सांप के काटने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि यह रात में, खासकर आधी रात के बाद 2 से 4 बजे के बीच, सबसे ज्यादा सक्रिय होता है. यह चुपचाप बिस्तर में घुस जाता है और दबाव महसूस होने पर काट लेता है.

करैत सांप को ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है, क्योंकि इसका काटना अक्सर पता नहीं चलता. इसके दांत बहुत छोटे होते हैं, लगभग आलपिन की नोक के बराबर, जिससे काटने पर दर्द का एहसास नहीं होता. इसके काटने के लक्षण करीब दो घंटे बाद दिखने शुरू होते हैं, जिससे इलाज में देरी हो सकती है.

करैत सांप के काटने के लगभग 2 घंटे बाद लक्षण प्रकट होने लगते हैं. शुरुआती लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी, पसीना आना और गला चोंकना शामिल हैं. अन्य लक्षणों में चक्कर आना, घबराहट, सांस लेने में कठिनाई, जीभ लड़खड़ाना और बोलने में परेशानी शामिल हैं. होंठ नीले पड़ सकते हैं और मुंह से लार निकलने लग सकती है. इसके बाद, व्यक्ति को दोहरी दृष्टि (डबल विजन) का अनुभव हो सकता है, जो धुंधली होती जाएगी और अंततः दिखाई देना बंद हो जाएगा.

स्नेक बाइट एक्सपर्ट डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि करैत सांप के काटने के बाद तुरंत इलाज प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है. यदि मरीज को समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता है और उसे वेंटीलेटर तथा एंटी वेनम (विष प्रतिरोधी दवा) उपलब्ध कराई जाती है, तो उसकी जान बचाई जा सकती है. उन्होंने यह भी बताया कि एंटी वेनम सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त उपलब्ध है.
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