
Tractor Maintenance at Home Tips: अगर अपने घर पर ही अपने इन तरीकों को आजमा लिया तो आपके ट्रैक्टर की लाइफ लाइन और भी ज्यादा बढ़ जाएगी. इतना ही नहीं ट्रैक्टर की सर्विस करवाने में आपको मोटा खर्चा नहीं आएगा. आपका काम आराम से सस्ते काम में निपट जाएगा. बस इन बातों का आपको ख्याल रखना होगा.

एक धरतीपुत्र किसान के लिए खेती में जुताई व अन्य कृषि कार्यो को करने के लिए बैल जितना ज्यादा जरूरी होता है, उतना ही जरूरी ट्रैक्टर को भी माना जाता है. ट्रैक्टर कम समय में खेत की बेहतरीन और अच्छी जुताई कर देता है. जिससे ट्रैक्टर को किसान का बायां हाथ भी माना जाता है. क्योंकि कृषि से जुड़े हर काम के लिए ट्रैक्टर बहुत ज्यादा काम में आता है इसलिए ट्रैक्टर का रखरखाव भी काफी जरूरी है. बरसात के मौसम में अक्सर आपका ट्रैक्टर खराब हो जाता है. तो आपको इन विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे आपका ट्रैक्टर खराब नहीं होगा और बार-बार आपको ट्रैक्टर की सर्विस नहीं करवानी पड़ेगी.

बरसात का मौसम किसानों के लिए जितना महत्त्वपूर्ण है उतना ही जरूरी है, कि इस मौमस में अपने ट्रैक्टर का विशेष ध्यान रखा जाए. बारिश और बढ़ती नमी से ट्रैक्टर के पुर्जों को नुकसान पहुंच सकता है जिससे उसकी कार्य की क्षमता कम हो सकती है कुछ सावधानियां रखकर आप अपने ट्रैक्टर को बरसात में सुरक्षित रख सकते हैं. उसकी उम्र बढ़ा सकते हैं.

कृषि कार्यों के बाद ट्रैक्टर को अच्छी तरह से धोकर गंदगी हटा दें. खासकर, पहियों, अंडर कैरिज और इंजन के हिस्से को साफ करना न भूलें. संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक हिस्सों पर सीधे पानी न डालें. इसी के साथ क्लच शाफ्ट, बेयरिंग, ब्रेक कंट्रोल, पंखे का वॉशर, सामने के पहिए का हब, टाई रॉड और रेडियस क्रॉस पर नियमित रूप से ग्रीस लगाएं. ग्रीसिंग से पुर्जों पर पानी का असर नहीं होता और वे जंग से सुरक्षित रहते हैं. बैटरी टर्मिनल पर जंग लगने से बचाएं. हाइड्रोलिक और गियर बॉक्स ऑयल का स्तर भी जांचे करते रहें.

ट्रैक्टर को टीन शेड या किसी ढकी हुई जगह पर ही खड़ा करें. इसके अलावा अगर आपके पास शेड न हो तो ट्रैक्टर को वॉटरप्रूफ कवर से ढकें. खासकर साइलेंसर, सीट और इंस्टूमेंट पैनल को भी ढक कर रखें. यदि आपने ट्रैक्टर का हुड हटा दिया है, तो इसे वापस लगा लें. स्टीयरिंग ऑयल की भी जांच कर लें ताकि ट्रैक्टर की स्टीयरिंग सुचारू रूप से काम करे.

ट्रैक्टर के टायरों में हवा का सही प्रेशर बनाए रखना बहुत जरूरी है कम हवा वाले टायरों में फुलाने का खतरा बढ़ जाता है टायरों के ऊपरी हिस्से की गहराई (ट्रेड डेप्थ) कम से कम 1.6 मिमी होनी चाहिए ताकि पानी में अच्छी पकड़ बनी रहे. अगर टायर घिस गया है, तो समय रहता है टायर बदलवा लें.

टैक्टर के एयर फिल्टर को नियमित रूप से साफ करें या छोटा करें ताकि इंजन को पर्याप्त और साफ हवा मिल सके. डीजल फिल्टर में पानी-गंदगी जमा हो सकती है इससे प्लांट सप्लाई बाधित हो सकती है. इसे जांचें-साफ़ करें. इंजन तेल के स्तर की नियमित रूप से जांच करते रहें यह बहुत जरूरी हैं.

अगर अपने घर पर ही अपने इन तरीकों को आजमा लिया तो आपके ट्रैक्टर की लाइफ लाइन और भी ज्यादा बढ़ जाएगी और इतना ही नहीं ट्रैक्टर की सर्विस करवाने में आपको मोटा खर्चा नहीं आएगा और आपका काम आराम से सस्ते काम में निपट जाएगा.
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