
नवजात की मालिश भारतीय परंपरा में महत्वपूर्ण है, परंतु इसे सावधानी से करना आवश्यक है. सिर, पेट, हाथ-पैर और रीढ़ की हड्डी पर हल्के हाथों से मालिश करें. सही समय और नेचुरल तेल का उपयोग करें.

- सिर के नरम हिस्से पर हल्के हाथों से ही मालिश करें.
- पेट पर गोल-गोल घड़ी की दिशा में हल्के हाथों से मसाज करें.
- रीढ़ की हड्डी पर सीधे दबाव न डालें, हल्के स्ट्रोक्स में मालिश करें.
नवजात या छोटे बच्चे की मालिश करना भारतीय परंपरा में एक बहुत जरूरी और लाभकारी क्रिया मानी जाती है. इससे न सिर्फ बच्चे की हड्डियां मजबूत होती हैं, बल्कि त्वचा में चमक आती है, मांसपेशियों का विकास होता है और नींद भी बेहतर होती है. हालांकि, यह काम जितना फायदेमंद है, उतना ही सावधानी से किया जाना जरूरी है. खासकर कुछ अंग ऐसे होते हैं, जिन पर ज्यादा दबाव डालना या उन्हें गलत तरीके से छूना बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए हर माता-पिता या देखभाल करने वाले को यह जानना जरूरी है कि सही तरीके से बच्चे की मालिश कैसे की जाए.
दूसरा अहम हिस्सा है पेट. कई लोग यह सोचकर पेट पर ज्यादा देर तक मालिश करते हैं कि इससे गैस निकल जाएगी और पेट की समस्याएं दूर होंगी. लेकिन ध्यान रखें कि बच्चे के पेट की मांसपेशियां बहुत कोमल होती हैं. अगर आप पेट पर ज्यादा दबाव डालते हैं तो यह गैस कम करने के बजाय बच्चे को परेशानी में डाल सकता है. पेट पर मालिश करते समय हमेशा गोल-गोल घड़ी की दिशा में हल्के हाथों से मसाज करें और बच्चे की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें. अगर बच्चा रोने लगे या असहज महसूस करे तो तुरंत मालिश बंद कर दें.
एक और जरूरी बात यह है कि कभी भी बच्चे की रीढ़ की हड्डी पर सीधे दबाव न डालें. पीठ की मालिश करते समय तेल को अच्छे से फैलाएं और दोनों हाथों से ऊपर से नीचे की ओर लंबी, नरम स्ट्रोक्स में मालिश करें. बच्चे की रीढ़ बहुत कोमल होती है और उस पर दबाव देने से वह क्षतिग्रस्त हो सकती है. इसलिए सिर्फ तेल फैलाने के लिए हाथ चलाएं, किसी भी तरह का जोर न दें. अंत में, मालिश का सही समय भी मायने रखता है. कभी भी बच्चे को बहुत भूखे या बहुत भरे पेट के समय मालिश न करें. सबसे अच्छा समय है जब बच्चा आरामदायक मूड में हो, जैसे कि नहाने से पहले या झपकी के बाद. साथ ही, इस्तेमाल किया जाने वाला तेल भी नेचुरल और बिना खुशबू वाला होना चाहिए, जिससे बच्चे की त्वचा में कोई जलन न हो. इस तरह सही तकनीक और सावधानी के साथ की गई मालिश बच्चे को शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाती है.
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें
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