
Axiscades Technologies Shares: ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के बाद डिफेंस सेक्टर के शेयर लगातार चढ़ रहे हैं. इस बीच, ईरान-इजरायल के बीच जंग के बीच डिफेंस सेक्टर के शेयर एक बार फिर से फोकस में है. आज हम आपको एक ऐसे ही स्टॉक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. यहां बात की जा रही है टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस प्रोवाइडर Axiscades Technologies की, जिसने बीते सात महीनों में अपने निवेशकों को भारी रिटर्न दिया है.
30 रुपये 1400 के पार पहुंची कीमत
जहां मार्च 2020 में Axiscades Technologies के शेयर की कीमत सिर्फ 30 रुपये थी. वहीं, जनवरी 2024 में BSE पर यह 798 रुपये के हाई लेवल पर पहुंच गया. इस स्मॉल-कैप स्टॉक ने 20 जून को इंट्राडे ट्रेड में 1,479 के नए रिकॉर्ड लेवल को छू लिया. इसी के साथ स्टॉक ने 52-हफ्ते के निचले स्तर से 251 परसेंट का लॉन्ग जंप लगाया. यानी कि नवंबर 2024 में इस स्टॉक में किया गया 1 लाख रुपये का निवेश आज बढ़कर 3.5 लाख से अधिक हो गया होगा.
शेयरों में इस तेजी की क्या है वजह?
लगभग 6000 करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ ACTL के शेयर 5-दिवसीय, 20-दिवसीय, 50-दिवसीय, 100-दिवसीय और 200-दिवसीय मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहे हैं. ACTL के शेयरों में हाल ही में हुई तेजी के पीछे की वजह एयरोस्पेस, डिफेंस और स्पेस टेक्नोलॉजी सेक्टर में इसकी बढ़ती उपस्थिति है.
हाल ही में AXISCADES Technologies ने एक यूरोपीय डिफेंस कंपनी इंद्रा के साथ MoU पर साइन किया है. इस पार्टनरशिप के तहत कंपनी AXISCADES से डिफेंस संबंधी प्रोडक्ट और सेवाएं खरीदेगी. इसे फिर से कंपनी के ही डिजाइन, डेवलपमेंट, प्रोडक्शन और सप्लाई चेन सेंटर के लिए डिलीवर किया जाएगा. 16 जून, 2025 को पेरिस एयर शो में दोनों कंपनियों के बीच यह डील हुई.
दोनों कंपनियों में क्या हुई डील?
इस डील के मुताबिक, दोनों कंपनियों का लक्ष्य भारत में इंद्रा सॉल्यूशंस को डेवलप करना है जैसे कि दूरी मापने वाला उपकरण (DME). एयरक्राफ्ट के नेविगेशन सिस्टम में इसका इस्तेमाल किया जाता है ताकि रूट में कोई गड़बड़ी न हो. कुल मिलाकर DME ग्राउंड स्टेशन से एयरक्राफ्ट को डिस्टेंस मापने की अनुमति देता है.
दोनों का लक्ष्य साथ में मिलकर काउंटरमेजर सिस्टम को भी बनाना है. इसका इस्तेमाल एयरक्राफ्ट को संभावित मिसाइल हमलों से बचाने के लिए किया जाता है. दोनों कंपनियां MPA एयरबोर्न सॉल्यूशंस के लिए भी पार्टनरशिप के लिए संभावित मौके तलाश रही हैं. वित्त वर्ष 2024-25 में ACTL का टोटल रेवेन्यू 1,031 करोड़ रुपये रहा, जो FY24 के 955 करोड़ से 7.9 परसेंट अधिक है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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