
अमेठी की रूपा देवी ने बेरोजगारी को मात देकर स्वयं सहायता समूह से जुड़कर आर्टिफिशियल ज्वेलरी का कारोबार शुरू किया. अब वह न सिर्फ खुद लाखों कमा रही हैं, बल्कि कई महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ चुकी हैं.
- अमेठी की रूपा देवी ने आर्टिफिशियल ज्वेलरी का बिजनेस कर रही हैं.
- मनसा स्वयं सहायता समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर बनीं.
- 3 साल में लाखों का कारोबार खड़ा किया.
अमेठी: कभी दूसरों से मदद मांगकर अपनी जरूरतें पूरी करने वाली एक साधारण महिला आज लाखों कमाई करने वाली कारोबारी बन चुकी हैं. हम बात कर रहे हैं अमेठी जिले के भादर ब्लॉक की रहने वाली रूपा देवी की. वह आज न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर हैं, बल्कि कई अन्य महिलाओं को भी रोजगार से जोड़कर उनकी जिंदगी संवार रही हैं.
बेरोजगारी से आत्मनिर्भरता तक का सफर
लोकल18 से बातचीत में रूपा देवी ने बताया, “पहले मैं पूरी तरह बेरोजगार थी. घर पर खाली बैठी रहती थी, कोई आय का साधन नहीं था. लेकिन जब मनसा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी तो जिंदगी ने करवट ली.”
कई महिलाओं को मिला रोजगार
रूपा देवी बताती हैं कि साल भर में वे आराम से लाखों की कमाई कर लेती हैं. उनकी ये कमाई केवल उनके लिए नहीं, बल्कि उनकी टीम में जुड़ी कई अन्य महिलाओं की भी रोज़ी-रोटी का साधन बन चुकी है. उन्होंने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से भी अपना सामान बेचना शुरू कर दिया है, जिससे दूसरे जिलों और शहरों से भी ऑर्डर मिलने लगे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका सपना है कि वो अपने गांव की हर महिला को आत्मनिर्भर बनाएं.
महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं रूपा देवी
आज रूपा देवी का नाम भादर इलाके में एक प्रेरणा की मिसाल बन गया है. स्थानीय लोग भी उनके जज्बे की तारीफ करते हैं. गांव की कई महिलाएं अब उनसे जुड़कर ज्वेलरी बनाना सीख रही हैं और खुद का रोजगार शुरू करने की प्रेरणा ले रही हैं. सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वयं सहायता समूहों और महिला सशक्तिकरण योजनाओं का असर अब ज़मीनी स्तर पर दिखने लगा है, और रूपा देवी इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.