
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या शिलॉन्ग की बजाय असम के गुवाहाटी में करने का प्लान था। राजा-सोनम के गुवाहाटी पहुंचने से पहले 19 मई को विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी यहां पहुंच गए थे। यहां उन्होंने हत्या के लिए दाव( छोटी कु
मेघालय पुलिस ने पांचों आरोपियों से पहले दिन की पूछताछ के बाद यही दावा किया है। एसपी विवेक स्येम का कहना है कि सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाहा मास्टरमाइंड है और सोनम इसमें बराबरी की पार्टनर है। राजा और सोनम की शादी के 11 दिन पहले ही राज ने इस हत्याकांड का प्लान तैयार कर लिया गया था।
पुलिस का ये भी कहना है कि सोनम का नेपाल नहीं बल्कि सिलिगुड़ी जाने का प्लान था। वह खुद को एक पीड़िता के तौर पर पेश करना चाहती थी। उसने अपने बचाव के लिए एक कहानी भी तैयार कर ली थी, लेकिन पुलिस का प्रेशर बढ़ा तो वह गाजीपुर के ढाबे पर पहुंच गई। पांच पॉइंट्स में जानिए पुलिस ने पहले दिन की पूछताछ के बाद क्या-क्या खुलासे किए….

पहले दिन मेघालय पुलिस ने पांचों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की है। इस पूछताछ के बाद एसपी विवेक स्येम ने प्रेस ब्रीफिंग में सबसे अहम सवाल का जवाब दिया। एसपी ने कहा- ये साफ हो गया है कि इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड सोनम को दीदी पुकारने वाला उसका कथित ब्वॉयफ्रेंड राज कुशवाहा ही था।
राज और सोनम के प्रेम संबंध थे। सोनम की शादी राजा से 11 मई को हुई। इसके 11 दिन पहले ही राज और सोनम ने मिलकर ये तय कर लिया था कि राजा को रास्ते से हटाकर फिर वे शादी कर लेंगे। सोनम राज कुशवाहा के इस मर्डर में पार्टनर थी। उसने भी मर्डर की प्लानिंग में राज को पूरा साथ दिया।

पुलिस के मुताबिक राज और सोनम ने प्लान किया था कि कपल हनीमून के नाम पर गुवाहटी जाएगा। यहीं पर मौका मिलते ही राजा की हत्या कर दी जाएगी। राजा और सोनम के गुवाहटी पहुंचने से पहले 19 मई को ही विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी गुवाहटी पहुंच गए थे।
यहां उन्होंने राजा की हत्या के लिए हथियार (पेड़ काटने के लिए उपयोग में आने वाला दाव) भी खरीद लिया था, लेकिन यहां मर्डर का प्लान फेल हो गया। इसके बाद सोनम ने राजा को शिलॉन्ग चलने के लिए मनाया। राजा भी तैयार हो गया। पहले दिन राजा और सोनम 21 मई को शिलॉन्ग के ही बालाजी गेस्ट हाउस में ठहरे।
अगले दिन 22 मई को वे शिलॉन्ग से 80 किलोमीटर दूर सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे। यहां प्लान के तहत सोनम राजा को उस सुनसान जगह पर ले गई, जहां आम लोगों का कम आना जाना है। रात में वे एक होम स्टे में ठहरे और अगले दिन प्लान के मुताबिक इसी सुनसान जगह पर विशाल, आकाश और आनंद ने सोनम के साथ मिलकर राजा की हत्या कर दी ।

एसपी विवेक स्येम ने बताया कि सोनम 26 मई से गाजीपुर पहुंचने के पहले तक इंदौर में ही रही। राज कुशवाह ने इंदौर में सोनम के लिए एक किराए के कमरे का बंदोबस्त किया था। सोनम वहीं रह रही थी। लेकिन 7 जून को राज कुशवाहा ने सोनम को फोन पर बताया कि पुलिस आकाश तक पहुंच गई है।
तब सोनम इंदौर से रवाना हुई। सोनम सिलिगुड़ी जाकर खुद को पीड़िता के तौर पर पेश करना चाहती थी। लेकिन पुलिस का प्रेशर बढ़ा तो वह गाजीपुर में एक ढाबे पर ठहर गई। ।

एसपी ने ये भी साफ किया कि सुपारी देकर हत्या करवाने की थ्योरी गलत साबित हुई है। ये पता लगा है कि विशाल चौहान, आनंद और आकाश राज के दोस्त हैं। इसमें एक राज का करीबी रिश्तेदार है। पूछताछ और जांच में सिर्फ ये पता चला है कि राज को उसकी प्रेमिका तक पहुंचाने के लिए ही दोस्तों ने सोनम के पति को मौत के घाट उतारने के लिए तैयार हुए थे।
ये भी पता चला है कि सोनम ने विशाल, आकाश और आनंद को खर्च के लिए 15 हजार रुपए दिए थे, लेकिन ये पैसे हत्या की सुपारी के लिए नहीं थे। बल्कि उन्हें खर्च के लिए दिए गए थे।

23 मई को राजा की हत्या के बाद गुवाहटी, सिलिगुड़ी, पटना से लखनऊ होकर इंदौर पहुंची सोनम 7 जून तक इंदौर में ही राज के दिलाए किराए के कमरे रहती रही। 2 जून को जब राजा रघुवंशी की लाश मिली उस दिन सोनम इंदौर में ही थी। सोनम सोशल मीडिया के माध्यम से अपने सर्च ऑपरेशन की भी पूरी खबर रख रही थी।
यही वजह थी कि जब सोनम का भाई गोविंद सर्च ऑपरेशन के लिए पुलिस से गुहार लगा रहा था, तब सोनम एक बार फिर सिलिगुड़ी जाने का प्लान करने लगी। वह ऐसा इसलिए कर रही थी कि क्योंकि भाई गोविंद का संदेह था कि राजा की हत्या के बाद तस्कर सोनम को बांग्लादेश ले गए होंगे। सोनम अपने भाई के संदेह को सही साबित करने के लिए गाजीपुर से 600 किमी दूर सिलिगुड़ी जाकर नई कहानी रचने वाली थी।

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