
6 Friends from Manipur in Indian Army: दोस्त वही जो सिर्फ यादों से नहीं, बल्कि अपने निभाए गए वादे से बंधे. हमारे जीवन में हमारे दोस्तों का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इसमें भी हमारे स्कूल के दोस्तों की हमारे जीवन में अलग जगह होती है. उनसे एक खास कनेक्शन होता है. कई बार स्कूल के साथी स्कूल के निकलने के बाद अलग-अलग रास्तों पर अपनी-अपनी मंजिल की तरफ निकल जाते हैं, लेकिन मणिपुर के इन छह दोस्तों ने अपनी स्कूल की दोस्ती से लेकर अपनी मंजिल के रास्ते भी एक ही चुने.
जी हां… मणिपुर के रहने वाले यह छह युवक राजधानी इम्फाल के सैनिक स्कूल में साल 2013 में कक्षा छह से एक साथ पढ़ते थे और इसके बाद से वे आज तक एक साथ हैं. जो अब भारतीय सेना में एक साथ सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्त किए गए हैं. यह एक बेहद ही दुर्लभ संयोग है, जहां शनिवार (14 जून) उमस भरी सुबह में देहरादून के भारतीय सैन्य अकादमी के खेत्रपाल ऑडिटोरियम के सैंडस्टोन कनफाइन में मणिपुर के छह दोस्तों के एक साथ भारतीय सेना में अफसर के रूप से नियुक्त किया गया है.
2021 में एक साथ पास की थी एनडीए परीक्षा
इन छह दोस्तों ने साल 2021 में एक साथ एनडीए परीक्षा पास की. इसके बाद एनडीए और आईएमए दोनों में अपने ट्रेनिंग पूरी करने के बाद लेफ्टिनेंट थोकचोम शिगर्थ, एम. डेनिश सिंह, नाओटन मैतेई, नाओबा, मेघनाट सोइबम और रोनेंड्रो एंगोम ने एक साथ भारतीय सेना कमीशन हासिल की.
एक समय सैनिक स्कूल की क्लास में साथ बैठकर पढ़ने वाले छह दोस्त आज एक-दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर इंडियन आर्मी में अफसर बनकर देश की सेवा करने के लिए खड़े हैं. यह सभी छह युवक मणिपुर के रहने वाले हैं, जो अपने-अपने परिवार से भारतीय सेना में शामिल होने वाले पहले शख्स हैं. इनमें से किसी के पिता किसान हैं, किसी की किराने की दुकान है तो कोई छोटे व्यापार के मालिक हैं.
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