
सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले टीम इंडिया के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को सलाह दी है. सचिन ने कहा कि गिल को बाहरी आवाजों से दूर रहना चाहिए. बाहरी लोग उन्हें राय देते रहेंगे लेक…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- क्रिकेट के भगवान ने गिल को दी अहम सलाह
- शुभमन गिल 20 जून से इंग्लैंड में भारत की कप्तानी करेंगे
- भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है
नई दिल्ली. सचिन तेंदुलकर का कहना है कि शुभमन गिल को बाहरी आवाजों को नजरअंदाज कर ड्रेसिंगरूम की बातों पर ज्यादा फोकस करना होगा. भारतीय टीम शुक्रवार से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भिड़ेगी. इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे.सचिन ने कहा कि गिल को हमें सपोर्ट करना चाहिए. इस सीरीज के साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरूआत होगी. भारतीय टीम अपने तीन सबसे अनुभवी खिलाड़ियों विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के बिना उतरेगी जो टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं.
‘लोग राय देते रहेंगे’
तेंदुलकर ने कहा ,‘और जो भी फैसले हो रहे हैं, वे टीम के हित में हैं या नहीं और उसे किस पर ध्यान देना चाहिए. उसे बाहरी आवाजों पर ध्यान नहीं देना चाहिए जिसमें लोग कहेंगे कि वह अधिक आक्रामक है या अधिक रक्षात्मक या इसी तरह की बातें. लोग राय देते रहेंगे. आखिर में मायने यही रखता है कि ड्रेसिंग रूम में क्या हो रहा है और टीम के हित में वह क्या कर रहा है. यही अहम है, बाकी कुछ नहीं.’ इंग्लैंड में 1990 से 2011 के बीच में पांच टेस्ट सीरीज खेल चुके तेंदुलकर का मानना है कि बल्लेबाजों को हालात के अनुरूप खुद को ढालना होगा.
बकौल सचिन,‘आपको हालात को भांपकर उसके अनुरूप बल्लेबाजी करनी होगी. जब आप हालात को समझते हैं तो मानसिक तौर पर उस तरह से अपनी रणनीति बना सकते हैं. एकतरफा ट्रैफिक नहीं हो सकता कि मेरा खेल ऐसा है और मैं तो ऐसे ही खेलूंगा. बल्लेबाजों को लचीला रवैया रखना होगा. ऐसा नहीं करने पर भारी खामियाजा उठाना पड़ सकता है. आपको पता होना चाहिये कि कब आक्रामक खेलना है और कब रक्षात्मक.’
‘ये सभी इंग्लैंड में खेल चुके हैं’
चुनौतियों के बावजूद भारत के पास काफी सकारात्मक पहलु हैं मसलन करूण नायर और बी साइ सुदर्शन जैसे बल्लेबाज भले ही इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले हों लेकिन नॉर्थम्पटनशर और सर्रे के लिये काउंटी क्रिकेट खेल चुके हैं. तेंदुलकर ने कहा ,‘ये सभी इंग्लैंड में खेल चुके हैं. भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो लेकिन इंग्लैंड में क्रिकेट खेला है. वे यहां की परिस्थितियों से अनभिज्ञ नहीं हैं. वे दक्षिण अफ्रीका में, न्यूजीलैंड में, आस्ट्रेलिया में खेल चुके हैं. इन सभी अनुभवों से काफी कुछ सीखने को मिलता है. इन सभी अनुभवों को मिलाकर अभ्यास करेंगे तो परिणाम अच्छा ही होगा.’
‘यह पिच पर निर्भर करेगा’
यह पूछने पर कि क्या दो स्पिनरों को उतारने की रणनीति सही होगी, तेंदुलकर ने कहा ,‘यह पिच पर निर्भर करेगा. पिच पर घास है या नहीं. अगर घास नहीं है तो दो स्पिनरों को उतारा जा सकता है.’
करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से…और पढ़ें
करीब 15 साल से पत्रकारिता में सक्रिय. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई. खेलों में खासकर क्रिकेट, बैडमिंटन, बॉक्सिंग और कुश्ती में दिलचस्पी. IPL, कॉमनवेल्थ गेम्स और प्रो रेसलिंग लीग इवेंट्स कवर किए हैं. फरवरी 2022 से… और पढ़ें
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