हालांकि, थरूर के दफ्तर का कहना है कि वो केरल में अपनी 90 साल की मां की सेवा में हैं और केरल के लोकल बॉडी इलेक्शन में प्रचार कर रहे हैं. जैसे लोकल बॉडी इलेक्शन में प्रचार के चलते संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी रविवार को बैठक के लिए दिल्ली नहीं पहुंच पाए.
हाल ही में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर बुलाई कांग्रेस की बैठक से भी थरूर नदारद रहे थे, जिसके लिए उनकी तरफ से खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया गया था. लेकिन उस वक्त वह सवालों के घेरे में आ गए थे क्योंकि एक दिन पहले ही वह पीएम मोदी के कार्यक्रम में वह शामिल हुए थे. पीएम की तारीफ करते ‘एक्स’ पर उनके कई पोस्ट भी आए थे.
ऐसे में लगातार कांग्रेस की बड़ी बैठकों से थरूर का नदारद रहना चर्चा का विषय बना हुआ है. वैसे भी पिछले काफी वक्त से कांग्रेस और थरूर के रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं और थरूर का गाहे बगाहे पीएम मोदी के पक्ष में कई मौकों पर झुकाव भी जगजाहिर है.


