
Hidden Treasure : सौरभ दत्ता नाम के एक युवक के हाथ अपने पिता के 35 साल पुराने स्टॉक लग गए और रातोंरात वह करोड़पति बन गया, वह भी पूरे 85 करोड़ रुपये का मालिक. इन शेयरों को महज 1 लाख रुपये में खरीदा गया था.

हाइलाइट्स
- सौरभ को पिता के पुराने शेयर मिले, 80 करोड़ के मालिक बने.
- जेएसडब्ल्यू स्टील के 8 लाख शेयरों की कीमत 80 करोड़.
- डिविडेंड मिलाकर सौरभ को कुल 85 करोड़ रुपये मिलेंगे.
नई दिल्ली. कहते हैं ऊपर वाला देता है तो छप्परफाड़ के देता है. ऐसी ही किस्मत मेहरबान हुई है एक युवक पर जिसे घर की सफाई करते हुए अपने पिता के 35 साल पुराने कागजात हाथ लग गए. पहले तो उसे लगा कि ये पेपर्स रद्दी होंगे, लेकिन जांच करने पर पता चला कि उनके पिता ने 90 के दशक में शेयर खरीदे थे और आज इन शेयर्स की कीमत करोड़ों रुपये पहुंच गई है. सोशल मीडिया पर इसकी पोस्ट आने के बाद यूजर्स ने तरह-तरह के कमेंट भी किए हैं.
किस कंपनी के हैं शेयर
यह शेयर्स जिंदल विजयनगर स्टील लिमिटेड हैं. सौरभ के पिता ने करीब 5,000 शेयर खरीदे थे और बाद में इस कंपनी का विलय जेएसडब्ल्यू स्टील में हो गया है. इसका मतलब है कि आज इन शेयरों की कीमत जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों के हिसाब से तय की जाएगी. करीब 30 साल पहले खरीदे गए इन शेयरों पर पिता ने 1 लाख रुपये खर्च किए थे और इनकी कीमत 80 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बताई जाती है.
सौरभ के इस पोस्ट पर तमाम यूजर्स ने भी कमेंट किया. एक यूजन ने एक्स पर रिप्लाई किया, ‘मुझे लगता है कि आपको इस 80 करोड़ की कीमत पर 30 फीसदी टैक्स चुकाना पड़ेगा.’ अन्य यूजर्स ने लिखा, मुझे याद आ रहा है कि जिंदल विजयनगर स्टील का आईपीओ 1990 के आखिर में आया था. आपके पिता ने शायद तभी इसमें निवेश कर दिया होगा.’ एक अन्य यूजर लिखते हैं, ‘एक ही स्टॉक में 1 लाख रुपये निवेश करने वाला व्यक्ति निश्चित रूप से अमीर रहा होगा, वह भी निवेश करके भूल जाने वाली फैमिली तो जरूर सुपर रिच होगी. 1993 में मेरे पिता की सैलरी 800 रुपये महीने थे और अब मिडिल क्लास में गिने जाते थे.’
कैसे बढ़ गई इतनी कीमत
जिंदल विजयनगर स्टील के शेयरों की कीमत में यह उछाल कई चरणों के बाद दिख रहा है. साल 2005 में जिंदल विजयनगर स्टील का जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड में विलय हो गया और इसमें अदला-बदली अनुपात 1:16 था. इसका मतलब है कि जिंदल विजयनगर स्टील के 1 शेयर के बदले जेएसडब्ल्यू ने 16 शेयर दिए थे. इसके बाद साल 2017 में जेएसडब्ल्यू स्टील ने अपने स्टॉक को स्प्लिट भी किया, जिसका अनुपात 1:10 था. इसका मतलब एक शेयर को कंपनी ने 10 शेयरों में विभाजित कर दिया.
अगर ऊपर दिए कैलकुलेशन को देखें तो सौरभ दत्ता के पिता ने जिंदल विजयनगर स्टील के 5 हजार शेयर खरीदे थे, जो जेएसडब्ल्यू स्टील में विलय के बाद 16 गुना यानी 80 हजार शेयर हो गए. जेएसडब्ल्यू के स्टॉक स्प्लिट करने के बाद इन शेयरों की संख्या 10 गुना बढ़कर 8 लाख पहुंच गई. इसका मतलब है कि अभी सौरभ के पास जेएसडब्ल्यू के करीब 8 लाख शेयर हैं. जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों की कीमत अभी 1000 रुपये के आसपास है तो इस लिहाज से 8 लाख स्टॉक की कीमत होगी करीब 80 करोड़ रुपये.
करोड़ों का डिविडेंड भी मिला
सौरभ को सिर्फ स्टॉक के ही पैसे नहीं मिलेंगे, बल्कि उन्हें कंपनी की ओर से दिए गए लाभांश का भी फायदा होगा. साल 2022 में जेएसडब्ल्यू स्टील ने 17.30 रुपये का लाभांश दिया था. इस लिहाज से देखें तो 8 लाख शेयरों पर उन्हें 1.38 करोड़ रुपये का लाभांश भी मिलेगा. अगर 1995 से अब तक के डिविडेंड को देखें तो यह करीब 5 करोड़ के आसपास होगा और इस तरह सौरभ को शेयर और डिविडेंड को मिलाकर करीब 85 करोड़ रुपये मिलेंगे.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ें
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.