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ये आईडी केवल सेबी के पास रजिस्टर्ड ब्रोकर्स को मिलेगी।
बाजार नियामक सेबी निवेशकों के लिए पेमेंट का एक नया और सुरक्षित तरीका लाने जा रहा है। इसमें सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स को निवेशकों से पेमेंट लेने के लिए एक खास UPI आईडी जारी की जाएगी। नए सिस्टम की मदद से निवेशक भरोसेमंद संस्थानों की पहचान कर सकेंगे। नया UPI पेमेंट सिस्टम 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएगा।
इसमें क्या खास रहेगा?
- खास UPI आईडी: सेबी के रजिस्टर्ड संस्थानों को एक अनोखी UPI आईडी मिलेगी। इससे निवेशक यह जान सकेंगे कि वे सही और रजिस्टर्ड कंपनी को पैसे भेज रहे हैं, न कि किसी धोखेबाज को।
- पेमेंट की सीमा बढ़ेगी: अभी UPI से शेयर बाजार में एक दिन में 2 लाख रुपए तक का पेमेंट हो सकता है। सेबी अब इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपए करना चाहता है।
- सुरक्षा का निशान: जब आप किसी रजिस्टर्ड कंपनी को UPI से पैसे भेजेंगे, तो एक हरे रंग का “थम्स अप” निशान दिखेगा। अगर यह निशान नहीं दिखता, तो समझ जाएं कि वह कंपनी शायद सही नहीं है।
- पे-राइट योजना: सेबी की इस नई योजना का नाम है “पे-राइट”। इसका मकसद निवेशकों का भरोसा बढ़ाना है, ताकि वे बिना डर के पैसे भेज सकें।
कैसे काम करेगा सिस्टम?
यह सिस्टम सेबी, बैंक और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के साथ मिलकर काम करेगा। यह सस्ता और तेज होगा ताकि निवेशकों को कोई परेशानी न हो।
क्यों जरूरी है ये कदम?
2019 से शेयर बाजार में UPI से पेमेंट की सुविधा है, लेकिन कुछ धोखेबाज लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। वे नकली कंपनियों के नाम पर निवेशकों से पैसे ले लेते हैं। सेबी का यह नया सिस्टम ऐसे फ्रॉड को रोकने में मदद करेगा।
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UPI पेमेंट पर दुकानदारों से चार्ज वसूल सकती है सरकार:₹3 हजार के पेमेंट पर ₹9 चार्ज लगेगा

केंद्र सरकार दुकानदारों यानी मर्चेंट से 3,000 रुपए से ज्यादा के UPI ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगा सकती है। इसके लिए 0.3% मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) दोबारा लागू किए जा सकते हैं। यानी आप 3,000 रुपए से ज्यादा का UPI पेमेंट करते हैं, तो दुकानदार को बैंक को 9 रुपए तक फीस देनी होगी। पूरी खबर पढ़ें
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