
रूस और यूक्रेन की जंग में एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि रूस के एक सैनिक ने अपने साथी की हत्या कर दी और उसके शव को खा लिया. बाद में उसकी भी मौत हो गई.

हाइलाइट्स
- एक दावे के मुताबिक रूसी सैनिक ने अपने साथी की हत्या की और उसे खा लिया.
- लेकिन अंततः बाद में उसकी भी मौत हो गई.
- दो रूसी सैनिकों के बीच बातचीत को यूक्रेन कथित तौर पर इंटरसेप्ट किया.
कीव. रूस और यूक्रेन में जंग के बीच कई भयानक और हद दर्जे की क्रूरता की खबरें सामने आती रही हैं. मगर इस बार कुछ ऐसा सामने आया है, जिसने लोगों के होश उड़ा दिए हैं. कीव की सैन्य खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन में अग्रिम मोर्चे पर तैनात एक रूसी सैनिक ने अपने साथी की हत्या कर दी और युद्ध के विकट हालातों में जान बचाने के लिए उसका शव खा लिया- लेकिन अंततः उसकी मौत हो गई. कीव पोस्ट के मुताबिक दो रूसी सैनिकों के बीच हुई बातचीत को यूक्रेन के मुख्य खुफिया निदेशालय ने कथित तौर पर इंटरसेप्ट कर लिया था. जिसमें नरभक्षी ‘ब्रेलोक’ की चौंका देने वाली कहानी सामने आई थी, जिसने अपने देशवासी ‘फोमा’ की हत्या की थी.
यूक्रेन के मुताबिक रूस ने यूक्रेन पर तीन साल तक चले हमले के दौरान अपनी सेना को मजबूत करने के लिए हत्यारों और नरभक्षियों सहित दुर्दांत अपराधियों की भर्ती की है. पोलिटिको ने रेडियो लिबर्टी के हवाले से बताया कि सखालिन का नरभक्षी डेनिस गोरिन ने चार लोगों की हत्या की थी. उसे 2012 में 22 वर्ष की जेल की सजा सुनाई गई थी. उसने अपने पीड़ितों में से एक के शरीर का हिस्सा खा लिया था. उस रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य अपराधी, निकोले ओगोलोबियाक को 2008 में दो युवतियों की हत्या करने और उनके अंगों को पकाने का दोषी ठहराया गया था. इस शैतानवादी को भी 2023 में मदर रूस के लिए लड़ने के लिए भेजा गया था.
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, दोषी दिमित्री मालिशेव को भी अग्रिम मोर्चे पर भेजा गया. जिसे तीन लोगों की हत्या करने और उनके दिल को भूनने के जुर्म में जेल भेजा गया था. डेली बीस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, उस विक्षिप्त पागल ने कुख्यात रूप से मुक्त हत्यारे-बलात्कारी अलेक्जेंडर मैस्लेनिकोव के साथ एक सेल्फी ली. जो 2024 में अग्रिम मोर्चे पर भेजे जाने से पहले वर्दी में मुस्कुरा रहा था. रूस के तानाशाह व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर हमले जारी रखे हुए हैं. इस हफ्ते के शुरू में कीव में ईरानी निर्मित ड्रोनों से हमले में 15 यूक्रेनियों की मौत हो गई थी.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in …और पढ़ें
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. International affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in … और पढ़ें
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.