
World News in Hindi: जेल से भागने के चक्कर में एक युवक ने दीवार के एक हिस्से को तोड़ दिया. भागने की फिराक में वो अंदर ही फंस गया. छेद थोड़ा छोटा रह गया. फायर ब्रिगेड की मदद से जैसे-तैसे इस शख्स को बाहर निकाल…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- ब्राजील की जेल से भागने के चक्कर में यहघटना हुई
- कैदी ने छोटा छेद किया, जिसमें से निकलने के दौरान वो फंस गया
- बाद में फायर ब्रिगेड की टीम ने उसे जैसे-तैसे बाहर निकाला.
ब्राजील: किसी भी व्यक्ति को सजा इसलिए दी जाती है ताकि जेल में रहने के दौरान वो अपने बुरे कामों का प्रायश्चित करेगा और सजा काटने के बाद एक अच्छे इनसान के रूप में फिर से अपनी जिंदगी को शुरू करेगा. हालांकि अक्सर आपराधिक प्रवृति के लोग इस मकसद को नहीं समझ पाते और जेल से भागने का हर संभव प्रयास करते हैं. ब्राजील में एक ऐसा मामला सामने आया, जहां जेल से भागने के लिए एक युवक ने दीवार में कील की मदद से छेद कर दिया. हालांकि भागने के दौरान वो दीवार के छेद में फंस गया.
ब्राजील के मेट्रो मीडिया हाउस के मुताबिक जेल से भागने की कोशिश करते हुए एक कैदी दीवार से चिपक गया. 32 वर्षीय एलन लेन्ड्रो दा सिल्वा रियो ब्रैंको की जेल में एक छेद में कमर तक फंस गया. इस दौरान वो बुरी तरह घायल हरे गया. उसके शरीर पर खरोंच और खून के कई निशान थे. अधिकारियों ने बताया कि इस शख्स ने दीवार में पहले छेद किया और फिर भागने का प्रयास किया. उसने छेद के आकार का गलत अनुमान लगाया. वार्डन द्वारा सेल में असामान्य हलचल देखने के बाद इस घटनाक्रम का पता चला. फायर ब्रिगेड की टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला.
इस शख्स की पीठ पर एक बड़े राक्षस जैसा टैटू बना हुआ है. इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कैदी एलन को अपने धड़ के साथ सेल में लटका हुआ देखा जा सकता है. इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े लोग उसे उसे और ज्यादा चोटिल होने से बचाने के लिए सावधानी से उसके चारों ओर ड्रिल कर रहे हैं. अधिकारियों ने पुष्टि की कि जेल सुविधा में कोई संरचनात्मक क्षति नहीं हुई है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा के बड़े स्तर पर उपाय किए गए हैं. फिलहाल सिक्योरिटी को लेकर समीक्षा भी की जा रही है. फायर ब्रिगेट के प्रवक्ता ने मेट्रो मीडिया हाउस से कहा कि कैदी के बयान के अनुसार दो दिनों तक कील और झाड़ू का इस्तेमाल कर उसने यह गड्ढा खोदा था. हालांकि भागने की कोशिश के दौरान वह छेद के अंदर फंस गया था.
आपराधिक पुलिस ने बचाव के लिए अग्निशमन विभाग को बुलाया.” “पूरी तरह से काम करने के बाद बचाव दल पीड़ित को सफलतापूर्वक बाहर निकालने में सफल रहा, जिसे घटनास्थल पर पहले से ही स्टैंडबाय पर मौजूद आपराधिक पुलिस दल को सुरक्षित रूप से सौंप दिया गया.” कैदी को वापस उसके सेल में ले जाने से पहले प्राथमिक उपचार दिया गया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि भागने की कोशिश को संभव बनाने के लिए उसे उपकरण कैसे मिले.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें
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