
Migration of Indian Millionaires: देश में लगातार करोड़पति लोगों का बाहर जाकर बसना जारी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 में करोड़पति लोगों के देश छोड़ने की रफ्तार में कमी आएगी. हेनले प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट 2025 के मुताबिक, इस साल करीब 3500 करोड़पति देश छोड़कर बाहर बस जाएंगे. दो साल पहले यानी साल 2023 में देश छोड़कर बाहर बसने वालों की ये संख्या 4300 थी.
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि जो अमीर छोड़कर जाएंगे उनकी संपत्ति करीब 26.2 बिलियन डॉलर के करीब होगी. यहां पर ये गौर करने वाली बात है कि साल 2014 से लेकर 2024 तक करोड़पतियों की संख्या में भारत में करीब 72 प्रतिशत का भारी भरकम इजाफा हुआ है.
हर साल हजारों अमीर छोड़ रहे देश
ग्लोबल इन्वेस्टमेंट माइग्रेशन कंसल्टेंसी हेनली एंड पार्टनर्स की ओर से प्रकाशित इस रिपोर्ट में उन व्यक्तियों की हालिया साल दर साल आवाजाही पर नज़र रखी गई है, जिनके पास 10 लाख अमेरिकी डॉलर या उससे अधिक की तरल निवेश योग्य संपत्ति है.
सबसे ज्यादा अमीर करीब 16500 यूनाइटेड किंगडम से छोड़कर जाने वाले हैं. ये चीन से 7800 अमीरों को छोड़कर जाने की संख्या के करीब दोगुना आंकड़ा है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ ब्रिटेन से ही अमीरों की इतनी बड़ी संख्या जा रही है. फ्रांस से 800, स्पेन से 500 और जर्मनी से करीब 400 करोड़पति लोग छोड़कर जा सकते हैं. इनमें से कई करोड़पति टैक्स फ्राइंडली जैसे मोनाको, माल्टा या फिर दुबई का रुख कर रहे हैं.
यूएई, यूएस और सऊदी बना पसंद
यूएई सबसे ज्यादा करोड़पतियों को अपनी तरफ खींच रहा है. ऐसा अनुमान है कि इस साल करीब 9,800 लोग यहां का रुख कर वहां बस सकते हैं. यूएई के बाद दूसरा नंबर आता है यूनाइटेड स्टेट्स का, जहां पर इस साल 7500 करोड़पति जाकर बस सकते हैं.
टैक्स नीतियों, लाइफ स्टाइल और गोल्डेन वीजा विकल्पों की वजह से यूके, इंडिया, रुस, साउथ ईस्ट एशिया और अफ्रीका के लोगों के लिए यूएई पहली पसंद बना हुआ है. सऊदी अरब भी अमीरों के हब के तौर पर उभर रहा है, जहां एक अनुमान के मुताबिक 2025 में 2400 करोड़पति रुख करने वाले हैं.
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