
रिलेशनशिप में आजकल नए-नए ट्रेंड सामने आ रहे हैं. इन दिनों DADT खूब पॉपुलर हो रहा है जिसका मतलब है ‘Do Not Ask, Do Not Tell’. युवाओं को क्यों भा रहा है यह कॉन्सेप्ट?

हाइलाइट्स
- DADT का मतलब है ‘Do Not Ask, Do Not Tell’
- वर्किंग और लॉन्ग-डिस्टेंस कपल्स में DADT पॉपुलर
- DADT रिलेशनशिप में झगड़े और शक की संभावना कम होती है
What is DADT in relationship: जो कपल रिलेशनशिप में होते हैं, अक्सर उनके पार्टनर उनसे ऐसे कई सवाल पूछते हैं जैसे आप कहां थे, किसके साथ थे, कहां जाने का प्लान है? कुछ लोगों को यह सवाल अच्छे लगते हैं तो कुछ को इरिटेट करते हैं. लेकिन आजकल रिश्ते में नया ट्रेंड आ गया है जिसमें सवाल-जवाबों की जगह ही नहीं है. इस ट्रेंड का नाम है DADT यानी ‘Do Not Ask, Do Not Tell’. इसका मतलब है ‘ना सवाल पूछो, ना जवाब दो’. वर्किंग कपल्स, लिव-इन रिलेशनशिप या लॉन्ग-डिस्टेंस में रहने वाले कपल्स को यह ट्रेंड बहुत अच्छा लग रहा है.
रिलेशनशिप एक्सपर्ट प्रियंका श्रीवास्तव कहती हैं कि आजकल लोग रिश्ते में तो रहना चाहते हैं लेकिन अपनी पर्सनल लाइफ को पार्टनर से भी प्राइवेट रखने में विश्वास रखते हैं. वह नहीं चाहते कि उनकी जिंदगी में किसी का दखल हो. इसलिए वह इस फंडे पर हैं कि ‘तुम ना मुझसे सवाल पूछो और ना मैं तुम्हें कुछ बताऊंगा.’ उन्हें रिश्ते में जवाबदेही नहीं चाहिए. DADT रिलेशन भरोसे और आजादी पर टिका हुआ होता है.
आजादी है पसंद
सच्चा प्यार वही होता है जिसमें पार्टनर को आजाद छोड़ दिया जाए. कपल्स एक-दूसरे को बांधना नहीं चाहते हैं. DADT की नींव आजादी पर टिकी हुई है. युवा अब बंधन में बंधकर नहीं रहना चाहते. उन्हें रिलेशनशिप में पजेसिव रहना पसंद नहीं है. इससे उनका रिश्ता भी मजबूत होता है. खासकर जो लोग लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में हैं, उनका रिश्ता लंबे समय तक टिका रहता है.
DADT रिलेशनशिप से पार्टनर पर भरोसा बढ़ता है (Image-Canva)
अधिकतर कपल्स में झगड़े तभी होते हैं, जब वह एक-दूसरे को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं, एक-दूसरे की जिंदगी में दखल देते हैं. उनके आने-जाने, कपड़ों, खाने-पीने, दोस्तों या फोन पर नजर रखते हैं. इन सब बातों से कई बार पार्टनर चिड़चिड़ा होने लगता है क्योंकि उसके मन में शक पैदा होने लगता है. यही चीजें रिश्ते में तनाव और तकरार पैदा करती हैं और झगड़े होने लगते हैं. DADT रिलेशनशिप में इन सब बातों की गुंजाइश नहीं रहती. मॉडर्न कपल्स एक दूसरे को सारी बातें बताना जरूरी नहीं समझते और ना ही उम्मीद करते कि उनसे बातें शेयर की जाएंगी, जिससे उनके बीच तनाव या झगड़ा नहीं होता.
DADT रिलेशनशिप के नुकसान
DADT रिलेशनशिप तभी सफल है जब कपल्स मैच्योर हों. उनके बीच अच्छी आपसी समझ हो, इगो क्लैश ना हो और दोनों की सोच पॉजिटिव हो. लेकिन DADT रिलेशनशिप में जल्दी ब्रेकअप होने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि कपल्स के बीच कम्युनिकेशन गैप होता है और जब सवाल-जवाब नहीं पूछे जाते तो उनके बीच अपनापन नहीं होता. यानी दोनों के बीच भावनात्मक दूरी होती है. ऐसे में अगर एक पार्टनर अपने दिल की बात शेयर करना भी चाहे तो दूसरा उसे इग्नोर कर सकता है. इससे धोखे की आशंका भी बढ़ जाती है क्योंकि इमोशनल बॉन्डिंग नहीं होती. जो लोग इमोशनल होते हैं, उन्हें ऐसे ही लोग पसंद आते हैं जो उनकी बातों को ध्यान से सुनें और उनका हर कदम पर साथ दें. DADT रिलेशनशिप में बातचीत की कमी होने से कपल्स के बीच की प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हो पातीं और उनके बीच इंटिमेसी भी गायब रहती है.
Active in journalism since 2012. Done BJMC from Delhi University and MJMC from Jamia Millia Islamia. Expertise in lifestyle, entertainment and travel. Started career with All India Radio. Also worked with IGNOU…और पढ़ें
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