
राजस्थान की पारंपरिक खूबा रोटी ना सिर्फ स्वाद में जबरदस्त होती है, ये रोटी बिना फ्रिज के 7 दिन तक ताज़ा रहती है. इसकी खोबावाली मोटी बनावट इसे खास और आकर्षक बनाती है.
- खूबा रोटी 7 दिन तक ताज़ा रहती है.
- राजस्थान की पारंपरिक खूबा रोटी सफर के लिए परफेक्ट है.
- खूबा रोटी अचार, चटनी या सब्जी के साथ लाजवाब लगती है.
जालौर:- राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर केवल उसके स्थापत्य और परंपराओं में ही नहीं, बल्कि उसके लजीज खान-पान में भी दिखती है. ऐसी ही एक पारंपरिक रोटी है “खूबा रोटी”, जो अपने अनोखे स्वाद और खास बनावट के लिए जानी जाती है. खूबा रोटी न केवल खाने में स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह 7 दिन तक ताजा भी रहती है, जो इसे और भी खास बनाती है.
खूबा रोटी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
गेहूं का आटा, देसी घी, अजवाइन, नमक और पानी लें. आटे में नमक और घी डालकर सख्त गूंथ लें, फिर मोटी और छोटी रोटियां बेलकर ऊपर से चाकू या चम्मच से खोबा डिजाइन बनाएं. इसे तवे पर धीमी आंच पर सेंकें और फिर चूल्हे या तंदूर की सीधी आंच पर सुनहरा भूरा होने तक पकाएं. अंत में घी लगाकर परोसें. गृहणी कमला देवी ने बताया कि हमारे घर में खूबा रोटी हर त्योहार या विशेष अवसर पर जरूर बनती है. बच्चे से लेकर बुज़ुर्ग तक सभी इसे बड़े चाव से खाते हैं. इसकी खुशबू ही भूख बढ़ा देती है.
राजस्थान की ये खास रोटी सिर्फ भूख ही नहीं मिटाती, बल्कि खाने वाले को खुशी और संतोष देती है. इसकी खास बनावट, लंबे समय तक खराब न होने की खूबी और देसी स्वाद इसे अलग बनाते हैं. ये सिर्फ रोटी नहीं, बल्कि राजस्थानी खाने की एक पहचान है.
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