
Saharanpur Famous Food: वैसे तो सुल्तानपुर खेती किसानी और धर्म को लेकर काफी महत्व रखता है. लेकिन यहां पर कुछ ऐसे फूड भी हैं जो सुल्तानपुर के लोगों के लिए ही सिर्फ नहीं बल्कि आसपास के जिलों के लोगों के लिए भी काफी पसंदीदा माने जाते हैं. ऐसे में आपको बताते हैं कौन-कौन से ऐसे फूड हैं. जिसको देखने के बाद आप खुद को बिना खाए रोक नहीं पाएंगे..

दरअसल, सुलतानपुर के डाकखाना चौराहे पर स्थित इडली की यह दुकान इसलिए मशहूर है, क्योंकि इसमें पनीर के साथ-साथ टमाटर और मटर का पेस्ट डालकर मिलाया जाता है. इसके साथ ही नारियल की चटनी पत्ता गोभी की कतरन, प्याज की कतरन और कच्ची पनीर को शुद्ध सरसों के तेल में डालकर इडली को रोल में शामिल किया जाता है, जिससे इडली के स्वाद को अनोखा बनाया जा सके.

सुल्तानपुर बस अड्डे पर स्थित सतनाम सिंह की इस बाटी चोखा जंक्शन की दुकान पर सत्तू बाटी, लिट्टी बाटी, पनीर बाटी और पनीर लिट्टी मिलती है. इसके अलावा थाली सेट भी है, जिसमें एक सत्तू बाटी, एक पनीर बाटी, चोखा और दाल चावल उपलब्ध है. एक थाली की कीमत 85 रुपए है. यह दुकान सुबह 9:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुली रहती है.

अक्सर अपने प्याज की पकोड़ी खाया होगा मूंग की पकोड़ी खाया होगा लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं मटर के छिलके की पकौड़ी के बारे में. सुनकर अजीब लगा होगा ना लेकिन यह बिल्कुल सच है अगर आप चाहे तो इसे घर पर भी बना सकते हैं लेकिन यदि आप मटर के छिलके की पकौड़ी खाना चाहते हैं तो आपको सुल्तानपुर आना होगा यहां आपको मटर के छिलके की इस अनोखी पकौड़ी का स्वाद चखने को मिल जाएगा.

दरअसल जुग्गी की इमरती में इलायची, सोडा,केसर आदि कई तरह के औषधीय मसाले मिलाए जाते हैं जो इमरती को लाजवाब बना देते हैं. दुकानदार अक्षत अग्रहरि ने बताया कि इस दुकान को 2 साल पहले उन्होंने शुरू किया और आज जुग्गी इमरती सुल्तानपुर समेत आसपास के जिलों में मशहूर हो गई है.<br />जुग्गी के नाम से यह दुकान सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 200 मीटर दूर कुड़वार नाका पर स्थित है. वहीं बस स्टेशन से इस दुकान की दूरी लगभग 500 मीटर है. गभड़िया रोड पर स्थित होने के नाते दुकान और अधिक ग्राहकों के नजदीक रहती है.

समोसे के साथ चटनी तो अपने हर जगह खाई होगी, लेकिन सुलतानपुर शहर के पंच रास्ता चौराहे पर दुकान लगाने वाले विनोद मोदनवाल ने समोसे पर एक ऐसा एक्सपेरिमेंट किया है, जिसे खाने वाले लोग दूर-दूर से आते हैं. दरअसल, विनोद समोसे में विशेष मसाले के मिश्रण युक्त पानी को डालकर उसके स्वाद को अनोखा बना देते हैं, जिसे लोग खूब पसंद भी करते हैं और दुकान पर काफी भीड़ रहती है.

कुड़वार नाका स्थित सुलतानपुर में चलने वाली प्रकाश समोसा की दुकान अपने विशिष्ट स्वाद के लिए जानी जाती है, जिसमें पनीर और हरी मटर इस समोसे को विशिष्ट रूप दे देती है और स्वाद के मामले में अधिक सुदृढ़ कर देती है. जिसका परिणाम है कि इस दुकान पर लोगों की भीड़ हमेशा बनी रहती है और सुलतानपुर शहर में अत्यधिक प्रसिद्धि का कारण भी बनती है.

कहते हैं कि किसी चीज की गुणवत्ता पर विश्वास करने में उसके स्थायित्व का महत्वपूर्ण योगदान रहता है, जिससे वो चीज अत्यंत प्रसिद्ध हो जाती है. फैजाबादी दुकान की प्रसिद्धि के पीछे भी कुछ ऐसी ही वजह है. दरअसल, यह दुकान लगभग 60 साल पहले खोली गई थी, जो आज सुलतानपुर के लोगों को बेहतर स्वाद चखा रही है. अगर आप फैजाबादी चाट की दुकान का स्वाद चखना चाहते हैं, तो आपको सुलतानपुर बस स्टेशन से गभड़िया पुल की तरफ लगभग 500 मीटर आना पड़ेगा. जहां जिला अस्पताल मोड़ की तरफ यह दुकान आपको मिल जाएगी.

संतोष अग्रहरि कि दुकान पर जो समोसा मिलता है उसकी कीमत इतनी कम है कि आज के इस महंगाई के दौर में आपको “कुछ नहीं ” के बराबर लगेगा. जी हां संतोष अपने समोसे को ₹10 में चार समोसे बेचते हैं. जो बाजार में अन्य समोसे की कीमत से कहीं अधिक है.
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