
Special Rice Of Ranchi: इस चावल की खुशबू इतनी तेज होती है कि सड़क से निकल रहे लोग भी जान जाते हैं कि घर में पुलाव पक रहा है. स्वाद में भी ये बेहतरीन होता है और केवल 5 मिनट में बनकर तैयार हो जाता है.
- रांची का जीरा फुल चावल 5 मिनट में बनता है.
- इसकी खुशबू से राहगीर भी पुलाव का अंदाजा लगा लेते हैं.
- इस चावल की कीमत ₹100 प्रति किलो तक होती है.
Special Scented Rice Of Ranchi: पूरे झारखंड में, खासकर रांची के आसपास के गांवों में, एक चावल होता है जिसका नाम है जीरा फुल. चूंकि यह एकदम जीरे की तरह छोटा-छोटा होता है, लेकिन महक ऐसी कि सिर्फ कच्चे चावल को ही आप हाथ में ले लीजिए, तो सारे घर के लोगों को पता चल जाएगा कि आपने चावल में हाथ लगाया है.
यह काफी ज्यादा सेंटेड होता है और इसमें पॉलिश नहीं होती. साथ ही ये 2 मिनट में बनकर तैयार हो जाता है. यानी मैगी से भी जल्दी तैयार होता है. हालांकि बनने के बाद इसका सेंट काफी तीव्र होता है. लोग खासतौर पर इससे बिरयानी और पुलाव बनाना पसंद करते हैं. इस चावल की खेती करने वाले अंकित बताते हैं, बाजार में इसकी कीमत ₹100 प्रति किलो तक होती है.
राज खुल जाता है पुलाव बनाने का
अंकित बताते हैं, ‘आप सोचेंगे कि हम छुपाकर घर में पुलाव बनाकर परिवार वाले खा लें तो बड़ा मुश्किल है. क्योंकि, आपके आस-पड़ोस तुरंत जान जाएंगे. इतना ही नहीं रोड से पार होने वाले लोग भी समझ जाएंगे कि घर में पुलाव या फिर बिरयानी बन रही है. ऐसे में कई बार जब हम लोग ये चावल बनाते हैं तो पड़ोस वाले भी चले आते हैं कि क्या बात है, आज तो हम भी खाएंगे, ऐसे में हमें हमेशा एक्स्ट्रा बनाना पड़ता है.’
इसे बनाने का तरीका थोड़ा अलग है. इसको बनाने के लिए आपको पहले अधन बैठाना है और अधन को ही 15–20 मिनट खोलने दें और उसमें तुरंत ही चावल डालकर 5 मिनट के अंदर ही उसको उतार लें और 2 मिनट छोड़ने के बाद इसको छान लें. यानी, आपको अधन को ज्यादा नहीं खौलाना है चावल के साथ अधिक, नहीं तो गीला हो सकता है.
एक बार में 30 किलो तक ले जाते लोग
अंकित बताते हैं, हालांकि यह चावल काफी महंगा होता है, इसीलिए रेगुलर लोग उतना नहीं खरीदते और स्पेशल अवसर पर ही बनाते हैं. कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जो एडवांस में 20–30 किलो तक ऑर्डर दे देते हैं. यह चावल खासतौर पर बरसात के सीजन में ही होता है. कई बार लोग सालभर इंतजार करते हैं कि कब यह चावल आएगा और कुछ लोग तो इसको स्टोर करके भी रखते हैं.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.