
भारत में लोगों के घर हर दिन दाल जरूर बनती है. लेकिन गृहणियों को दाल पकाते हुए अक्सर एक ख़ास परेशानी का सामना करना पड़ता है. दाल जब सीटी लेती है तो अंदर का पीला पानी बाहर फेंक देता है. इस समस्या का समाधान इतना आसा…और पढ़ें

भारत में दाल हर घर की रसोई का अभिन्न हिस्सा है. चाहे अरहर, मूंग, चना या मसूर की दाल हो, यह भारतीय भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो पौष्टिक होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी है. लेकिन दाल पकाने की प्रक्रिया में गृहणियों को अक्सर एक आम परेशानी का सामना करना पड़ता है – कूकर से दाल का पीला पानी बाहर फेंकना. जब दाल सीटी लेती है तो कूकर का ढक्कन और रसोई की सतह पर पीले पानी के छींटे फैल जाते हैं, जिससे न केवल रसोई गंदी होती है बल्कि सफाई में भी अतिरिक्त मेहनत लगती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस समस्या का समाधान इतना आसान है कि आप इसे आजमा कर हैरान रह जाएंगे?
क्यों निकलता है पानी?
दाल पकाते समय कूकर में झाग बनता है, जो प्रेशर के साथ बाहर निकलने की कोशिश करता है. यह झाग दाल के प्राकृतिक स्टार्च और प्रोटीन के कारण बनता है. जब कूकर में गर्मी और दबाव बढ़ता है, तो यह झाग व्हिसल के रास्ते बाहर निकल जाता है, जिसके साथ दाल का पीला पानी भी बाहर आता है. सरसों का तेल इस झाग को नियंत्रित करने में मदद करता है. तेल की कुछ बूंदें दाल के सतह पर एक पतली परत बनाती हैं, जो झाग को बनने से रोकती है और प्रेशर को नियंत्रित रखती है. इससे न केवल दाल कूकर के अंदर रहती है, बल्कि उसका स्वाद भी बरकरार रहता है.
इस नुस्खे को आजमाना बेहद आसान है. दाल को धोकर कूकर में डालने के बाद, उसमें पानी, हल्दी, नमक और अन्य मसाले डालें. इसके बाद 2-3 बूंद सरसों का तेल डालकर कूकर को बंद कर दें. अब सामान्य रूप से दाल पकाएं. आप देखेंगे कि कूकर से न तो पानी बाहर निकलेगा और न ही रसोई गंदी होगी. यह तरीका हर प्रकार की दाल – अरहर, मूंग चना, या मसूर – के लिए कारगर है.
बढ़ा देगा स्वाद
रसोई विशेषज्ञों का कहना है कि सरसों का तेल न केवल झाग को नियंत्रित करता है बल्कि दाल को पकाने में भी मदद करता है. यह दाल को एक हल्का स्वाद देता है और पाचन में भी सहायक होता है. अगर आप सरसों का तेल नहीं चाहते, तो घी या रिफाइंड तेल की कुछ बूंदें भी इस काम के लिए इस्तेमाल की जा सकती है लेकिन सरसों का तेल सबसे प्रभावी माना जाता है.
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
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