
Mangoes Pickling Varities: अचार भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है और इसके स्वाद व टिकाऊपन का राज सही आम की किस्म के चुनाव में छिपा होता है. खासतौर पर गर्मियों में जब अचार बनाने का दौर शुरू होता है. देसी आम के राजापुरी, दसहरी, सुआ, गलगला, टोटापरी और बम्बइया वैरायटी अचार बनाने के लिए बेहतर विकल्प है. ये आम गुदे से भरपूर होता है और जब इसका अचार बनकर तैयार होता है महम और स्वाद दोनों लाजवाब होता है.

अचार भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है. अमूमन सभी घरों में अचार बनाया जाता है. इसके स्वाद व टिकाऊपन का राज सही आम की किस्म के चुनाव में छिपा होता है. खासतौर पर गर्मियों में जब अचार बनाने का दौर शुरू होता है.

अचार बनाने के लिए सही किस्म के कच्चे आम की तलाश हर घर में जोर पकड़ती है. इस मामले में भरतपुर की मंडी एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभर रही है. जहां इन दिनों अचार के लिए उपयुक्त आम की कई खास किस्में पहुंच रही हैं. साथ ही लोग अचार बनाने के लिए आम भी खरीद रहे हैं.

अचार बनाने के काम आने वाले आमों की खासियत यह है कि इनमें गूदा भरपूर होता है. रेशे बहुत ही कम होते हैं.साथ ही खट्टापन संतुलित मात्रा में होता है.यही कारण होता है कि इनसे बना अचार लंबे समय तक खराब नहीं होता और खाने मे भी काफ़ी लाजबाब और स्वादिष्ट और चटखारेदार होता है.

यह अचार हर मौसम में अपने चटपटे स्वाद से खाने को और भी खास बना देता है. भरतपुर की मंडी में इस समय 5 से 6 किस्मों के ऐसे देसी आम उपलब्ध हैं, जिन्हें अचार के लिए आदर्श और काफ़ी अच्छा माना जाता है.आम की से वैरायटी अचार के लिए काफ़ी अच्छे होते हैं और अचार काफ़ी अच्छा बनता है.

अचार बनाने के लिए आम की कई वैरायटी है. जिसमें मुख्य रूप से राजापुरी, दसहरी, सुआ, गलगला, टोटापरी और बम्बइया जैसे नाम शामिल है. आम की ये वैरायटी न केवल अचार के लिए बनाने के लिए बेहतरीन होते हैं. साथ ही जब इनको मसालों के साथ अच्छे से मिक्स कर बनाया जाता है और जब यह घुल-मिल जाते हैं तब इनका स्वाद काफ़ी अधिक बढ़ जाता है.

इन आमों से बना अचार जब अचार के मसलो जैसे सरसों का तेल, सौंफ, मेथी, हल्दी और लाल मिर्च जैसे पारंपरिक मसालों के साथ तैयार होता है. इन मसाले से बना हुआ अचार ही काफ़ी अच्छा माना जाता है और लम्बे समय तक भी चलता है. अचार बनने के बाद महक और स्वाद दोनों ही लाजवाब हो जाते हैं.

भरतपुर के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग खास तौर पर इन किस्मों को खरीदकर घर में बड़े चाव से अचार बनाते हैं.अब लोग आम की किस्मों को काफ़ी अधिक पसंद कर रहे है. इन आमों के बने अचार लंबे समय तक खराब नहीं होता है. यदि आप भी इस बार घर का अचार बनाने की सोच रहे हैं.तो भरतपुर मंडी की ये देसी आम की किस्में एक जरूर लें, जो की बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती हैं.
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