
Ballia Famous Namkeen: बेशक नमकीन तो आपने अनेकों ब्रांड के देखें, सुने और खाए होंगे, लेकिन आज हम जिस देसी तकनीकी में लबालब नमकीन के बारे में बताने जा रहे, उसकी अनेकों खासियत जान शायद आप चौंक जाएंगे. जी हां इसे सेवड़ा नमकीन के नाम से जाना जाता है, आइए विस्तार से जानते हैं…

वैसे, बाजार में अनेकों प्रकार के नमकीन देखे जाते हैं. लेकिन कुछ ऐसे साधारण नमकीन होते हैं, जिनकी खासियत हैरान करने वाली होती है. उसी में से एक ऐसा देसी नमकीन है, जिसका न केवल नाम अजब गजब है बल्कि, स्वाद भी बेहतरीन है. यह सात दिनों तक खराब नहीं होता है.

इस नमकीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें कोई मसाला ही नहीं पड़ता है. इस नमकीन को बनाने के लिए मैदा, रिफाइन, सोडा, अजवाइन-मंगरेला और नमक की आवश्यकता पड़ती है. इसके स्वाद में मानो जादू है, एक बार जिसने चख लिया बार-बार खाने को जी करता है.

यह एक बलिया का प्रसिद्ध देसी नमकीन है, जिसे सेवड़ा के नाम से जाना जाता है. बलिया के शहर में स्थित मशहूर गुदरी बाजार में यह नमकीन प्राचीन काल से बनाया जाता आ रहा है. हर समय इस देसी नमकीन की खरीदारी करने वालों की भीड़ देखी जाती हैं.

दुकानदार अमरनाथ गुप्ता ने कहा कि, “इस देसी नमकीन को बनाने के लिए सबसे पहले मैदे को तैयार किया जाता है”. मैदे में आवश्यकतानुसार रिफाइन, नमक, पानी और सोडा डालकर अच्छे से देर तक मिलाया जाता है. इसके बाद, इसमें अजवाइन और मंगरेला डालकर मिक्स कर लिया जाता है. आगे जानिए

अब आपका मैदा पूरी तरह तैयार है. इसको मोटी रोटी जैसे बेलन की मदद से बनाया जाता है. इसके बाद, चाकू की सहायता से इसको छोटा-छोटा काटकर टुकड़ा बना लिया जाता है. इसे कड़ाई में गर्म तेल में तला जाता है. जब इसका रंग बदल जाए यानि एकदम पक जाता है तो इसे बाहर निकाल दें.

अब यह देसी नमकीन खाने के लिए तैयार हो जाता है, अगर पहले से ही नमक की मात्रा आपने कम रखा है, तो ऊपर से काला नमक का पाउडर छिड़क सकते हैं, इससे लाजवाब स्वाद चार चांद लग जाता हैं. लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं. यह देसी नमकीन ₹160 प्रति किलो के हिसाब से मिलता है.

इस देसी नमकीन की मांग सुबह के समय काफी बढ़ जाती हैं, क्योंकि सुबह चाय के साथ इसे खाना हर कोई पसंद करता है. इस नमकीन के स्वाद में चाय चार चांद लगाता है. इसके आगे कही न कही ब्रांडेड नमकीन भी फेल है. यह बिल्कुल देसी तकनीक से लबालब होता हैं.

यह देसी नमकीन सेवड़ा बलिया जिले के रेलवे स्टेशन से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूरी पर स्थित गुदरी बाजार में बड़े आसानी से मिल जाता है. यहां लाइन से इसकी कई दुकानें लगती हैं. शाम को तो शहर के कई जगह पर इसके ठेले भी लगाए जाते हैं. जैसे शाम को रेलवे स्टेशन रोड जगदीशपुर तिराहे पर भी एक ठेला लगता है, जहां खूब भीड़ होती है.
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