
Aam ka Achaar Recipe: गर्मियों का मौसम शुरू होते ही हर घर में आम के अचार की खुशबू फैलने लगती है. हमारी दादी और नानी के जमाने में तो यह मौसम खास अचार डालने के लिए ही जाना जाता था. पुराने समय में न तो फ्रिज होते थे और न ही बाजार से अचार खरीदने का चलन. महिलाएं अपने हाथों से सालभर चलने वाला ऐसा अचार बनाती थीं, जो स्वाद में लाजवाब होता था और सालभर खराब भी नहीं होता था. वे कहती थीं कि अचार डालना कोई जल्दी का काम नहीं है, इसमें धैर्य, सफाई और सही तरीका चाहिए. जिस दिन अचार डाला जाता था, वह दिन खास होता था- पूरा घर महकने लगता था. मसाले पीसे जाते थे, तेल धूप में गरम किया जाता था और फिर बड़े प्यार से अचार तैयार होता था. यही वजह थी कि वो अचार स्वाद में भी गहरा होता था और दिल से जुड़ जाता था.
कच्चे आम – 1 किलो (छोटे टुकड़ों में कटे हुए)
सरसों का तेल – करीब डेढ़ से दो कटोरी, जो पहले धूप में गरम कर लिया गया हो
नमक – स्वाद अनुसार या करीब 100 ग्राम
हल्दी – 2 बड़े चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 3 बड़े चम्मच
सौंफ – 3 बड़े चम्मच
मेथी दाना – 2 बड़े चम्मच
कलौंजी – 1 बड़ा चम्मच
हींग – आधा छोटा चम्मच
सरसों दाना (थोड़ा दरदरा कूटा हुआ) – 3 बड़े चम्मच
अगर आप भी ऐसा अचार बनाना चाहते हैं जो लंबे समय तक खराब न हो और हर खाने के साथ स्वाद बढ़ा दे, तो यह दादी-नानी स्टाइल आम का अचार जरूर ट्राई करें. इस रेसिपी से आप आसानी से यह अचार अपने घर में बना सकते हैं.
जरूरी सामग्री
2. अब सारे मसालों को तैयार करें- सौंफ, मेथी, सरसों दाना को दरदरा कूट लें ताकि उनके स्वाद का रस अचार में अच्छे से घुल जाए.
3. एक साफ और बड़ा बर्तन लें. उसमें आम के सूखे टुकड़े डालें और हल्दी, नमक, लाल मिर्च, कलौंजी, हींग और बाकी के सूखे मसाले डालकर अच्छी तरह मिलाएं.
4. अब इसमें पहले से धूप में गरम किया हुआ ठंडा सरसों का तेल डालें. याद रखें- तेल इतना होना चाहिए कि वह आम के सारे टुकड़ों को ढक ले.
5. इस मिश्रण को किसी कांच की बरनी या सिरेमिक के बर्तन में भरें. ऊपर थोड़ा तेल और डाल दें ताकि अचार हवा से बचे रहे.
6. इस अचार को 5-6 दिन धूप में रखें और हर दूसरे दिन साफ सूखे चम्मच से चलाते रहें.
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