जयपुर. राजधानी जयपुर के बाजारों में स्थित छोटी-छोटी गलियाें में आज भी वर्षों पुराने स्वादिष्ट जायके की खूशबू गमकती है, जहां स्वादिष्ट स्वाद के लिए लोग भीड़ लगाए रहते हैं. ख़ासतौर पर जयपुर के जायके में यहां की खास मिठाईयां, फास्ट फूड और अचार के जायके को लोग बेहद पसंद करते हैं. जयपुर के चारदीवारी बाजार की छोटी-छोटी गलियों में आज भी इनका स्वाद बरकरार है. जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित गोपाल जी के रास्ता है, जहां 190 साल पुराने आचार मिल जाएंगे. विजयलाल आचार वालों का अचार बनने और स्वाद की कहानी बेहद रौचक है. लोकल 18 ने विजयलाल आचार वाली छोटी सी दुकान पर पहुंच कर यहां के ऑनर सूरजभान से बात की तो उन्होंने 190 सालों से यहां अचार का स्वाद राज बताया.
उन्होंने बताया कि लोगों की जुबां पर स्वाद ऐसा चढ़ा है कि लोग यहां आचार खरीदने के लिए लाइन लगाए खड़े रहते हैं. सूरजभान बताते हैं कि यहां 75 प्रकार के अचार बिल्कुल शुद्ध मसालों से बिल्कुल नेचुरल तरिके से तैयार किए जाते हैं. सबसे पहले आचार बनाने की शुरुआत दादाजी के पिता चांद बाबा ने की थी. जिसके बाद आज भी पांचवीं पीढ़ी ने अचार के खास स्वाद को बरकरार रखा है. हमारे यहां यह परम्परा वर्षों से चली आ रही हैं कि घर के मर्द ही अचार तैयार करते हैं, इसलिए आज भी इस परम्परा को बरकरार रखा हैं. सूरजभान बताते हैं यहां अलग-अलग अचार की कीमत अलग-अलग है.
190 से बरकरार है अचार का स्वाद
आपको बता दें विजयलाल आचार वाले अपने 75 प्रकार के फेमस अचार के लिए प्रसिद्ध है. यहां ऐसे अचार तैयार होते हैं, जिसका स्वाद लोगों ने कभी नहीं लिया होगा. सूरजभान बताते हैं कि अचार के जायके में सबसे खास बात यह होती है कि यह जितना पुराना होता है, उतना ही स्वादिष्ट होता है. यहां के अचार के स्वाद का जायका 190 साल पुराना है. अचार की डिमांड विदेशों तक रहती है. यहां का आचार इतना फेमस है कि इस गली का नाम ही लोग आचार वाली गली के नाम से जानते हैं.
सालाेंभर बनी रहती है अचार की डिमांड
सूरजभान बताते हैं की जयपुर में केवल एक ही जगह विजयलाल आचार वाले के पास ही 75 प्रकार के अचार तैयार होते हैं, बाकी बाजारों में सिर्फ 10-12 प्रकार के अचार उपलब्ध रहते हैं. इसलिए लोग अलग-अलग वैरायटी के स्वाद के लिए यहां पूरे सालभर आचार खरीदते हैं. यहां ख़ासतौर पर ऐसे अचार भी तैयार होते हैं, जिनका अभी तक लोगों ने नाम भी नहीं सुना होगा. यहां सबसे ज्यादा डिमांड कैरी, आंवला, मिर्ची, आम का आचार, करेले का आचार, गाजर, टमाटर, मूली, मेथी, करेला, अदरक, हल्दी जैसे अचारों की रहती है.
सनी देओल से लेकर सुनील शेट्टी तक चख चुके हैं स्वाद
विजयलाल आचार वाले के ऑनर सूरजभान बताते हैं कि अचार का स्वाद इतना खास हैं कि राजा-महाराजाओं से लेकर बड़े राजनेता और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी स्वाद के दिवाने रहें हैं और आज भी खूब डिमांड रहती है. उन्होंने बताया कि सनी देओल से लेकर सुनील शेट्टी तक यहां के आचार का स्वाद चख चुके हैं. साथ ही बड़े-बड़े ऑफिसर, आईएएस और मिनिस्टर आज भी अचार के लिए ऑडर करते हैं. मुंबई के कई बॉलीवुड कलाकारों के लिए यहां से आज भी अचार भेजा जाता है. सूरजभान बताते हैं कि अचार की खास बात यह हैं कि इसका स्वाद लम्बे समय तक बरकरार रहता है. यही वजह है कि यहां से लोग विदेश भी अचार ले जा जाते हैं.
40 प्रकार से मसालों से तैयार होता है 75 तरह के अचार
विजयलाल आचार वाले की दुकान पर तैयार होने वाले 75 प्रकार के खास अचार आज भी वर्षों पुराने सीक्रेट मसालों से तैयार किया जाता है. यही वजह है कि अचार के स्वाद में कोई बदलाव नहीं आया है. सूरजभान अग्रवाल बताते हैं कि अचार बनाने में किसी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नहीं करते हैं. अचार में उपयोग होने वाले सभी मसाले बाजार से कच्चे खरीदकर उन्हें घर पर ही तैयार करते हैं. अचार बनाने के लिए इसमें खासतौर पर कलौंजी, सौंफ, साबुत धनिया, मेथी दाना, पीली सरसों, काली मिर्च, लाल मिर्च पाउडर से लेकर सौंठ जैसे 40 प्रकार के मसाले का उपयोग किया जाता है. यहां आज भी अचार सैकड़ों वर्ष पुरानी बड़ी कढ़ाही और बर्तनों में ही बनाया जाता है, जिससे उसका स्वाद लाजवाब होता है.