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कमेटी के मेंबर शनिवार सुबह वैष्णो देवी के लिए रवाना हो गए हैं। इसका नेतृत्व भाजपा सांसद और पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल कर रहे हैं।
पब्लिक गवर्नेंस और लॉ-जस्टिस की संसदीय समिति शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंची है। कमेटी के मेंबर वैष्णो देवी के लिए रवाना हो गए हैं। इसके बाद वह पहलगाम का दौरा भी कर सकते हैं।
कमेटी के चेयरमेन भाजपा सांसद और पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल ने बताया कि अब तक 6-7 सांसद जम्मू पहुंचे हैं और बाकी श्रीनगर में जुड़ेंगे। यह कमेटी जम्मू-कश्मीर में सरकारी कामकाज, लॉ एंड जस्टिस और लोगों को हो रही समस्या की समीक्षा करेगी।
उन्होंने बताया कि समिति दो दिन जम्मू में रहेगी, फिर श्रीनगर जाएगी। इस दौरान वह पहलगाम जाने की कोशिश भी करेंगे। इससे पहले बृजलाल उस डेलिगेशन का भी हिस्सा थे, जो पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने जापान-सिंगापुर गया था।
केंद्र सरकार 7-8 जुलाई को पहलगाम में एक हाई लेवल मीटिंग भी करेगी, इसमें सभी राज्यों के पर्यटन सचिव शामिल होंगे। यह बैठक पर्यटन मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित की जाएगी।

22 अप्रैल को पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकियों ने टूरिस्ट्स पर गोली चलाई थीं। हमले में एक स्थानीय समेत 26 लोगों की मौत हुई थी।
बृजलाल बोले- वैष्णो देवी में सुविधाओं की समीक्षा करेंगे
दौरे के दौरान समिति जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अतुल डुल्लू और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा समिति माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के CEO अंशुल गर्ग और अधिकारियों से भी मुलाकात करेगी।
बृजलाल ने कहा कि वे मां वैष्णो देवी मंदिर जा रहे हैं, जहां CEO से मिलकर श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं और आने वाली परेशानियों पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद समिति PNB, पावर ग्रिड और अन्य दो सार्वजनिक उपक्रमों के साथ बैठक करेगी। श्रीनगर में भी सरकारी और सार्वजनिक उपक्रमों से बातचीत होगी।
ठाकुर की अध्यक्षता में दूसरी पार्लियामेंट्री कमेटी भी जम्मू-कश्मीर दौरा करेगी
बृजलाल के नेतृत्व वाली कमेटी दो दिन जम्मू में रहेगी, फिर श्रीनगर जाएगी। जम्मू-कश्मीर में 5 से 10 जुलाई तक कोयला, खान और इस्पात पर बनी पार्लियामेंट्री कमेटी का छह दिवसीय दौरा होगा, जिसकी अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर करेंगे।
22 अप्रैलः पहलगाम में हमला, 26 लोगों की मौत
पहलगाम की बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 16 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। आतंकियों ने पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर चुन-चुनकर निशाना बनाया था। इसके बाद सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ 7 मई से ऑपरेशन सिंदूर चलाया था।

पहलगाम हमले के खिलाफ भारत का ऑपरेशन सिंदूर
भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए 6-7 मई की रात 1:05 बजे पाकिस्तान और PoK में एयर स्ट्राइक की। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इसमें 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर की फैमिली के 10 सदस्य और 4 सहयोगी मारे गए। भारत ने 24 मिसाइलें दागीं।

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