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मोइज अब्बास का नाम 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद सामने आया था। जब उसने POK में विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ने का दावा किया था।
पाकिस्तानी सेना के मेजर रैंक के अधिकारी मोइज अब्बास को मंगलवार को दक्षिणी वजीरिस्तान में आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हमले में मारा गया।
मोइज अब्बास वही पाकिस्तानी अधिकारी है जिसने फरवरी 2019 में भारतीय वायु सेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ने का दावा किया था।
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में TTP के 11 आतंकियों को भी मार गिराया गया, जबकि 2 अन्य सैनिक भी मारे गए।

आंखों पर पट्टी बांधकर अभिनंदन को लाया गया था। पाकिस्तान की तरफ से वीडियो वायरल किया गया था। आलोचना के बाद इस वीडियो को बाद में हटा दिया गया था।
TTP ने घात लगाकर हमला किया
पाकिस्तानी मीडिया ने बुधवार को मोइज अब्बास की मौत के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह दक्षिणी वजीरिस्तान में आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ एक सीक्रेट ऑपरेशन को लीड कर रहा था। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के जवानों पर टीटीपी ने घात लगाकर हमला किया। इसमें अब्बास मारा गया। इस हमले में पाकिस्तानी सेना के दो अन्य अधिकारी भी मारे गए हैं।
कब चर्चा में आया मोइज अब्बास का नाम
मोइज अब्बास का नाम 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद सामने आया था। जब भारतीय पायलट अभिनंदन का प्लेन PoK में क्रैश हो गया था। दावा किया गया था कि गया कि भारतीय पायलट अभिनंदन को पकड़ने वाले वो पहले पाकिस्तानी अधिकारी था।
मोइज अब्बास ने बाद में कई इंटरव्यू भी दिए थे। इंटरव्यू में उसने बताया थे कि किन परिस्थितियों में उनका सामना अभिनंदन वर्धमान हुआ था।

PoK में गांववालों ने अभिनंदन से मारपीट की थी। पाक सेना के जवान लहूलुहान अभिनंदन से वहीं पूछताछ कर रहे थे। जिनेवा संधि के अनुसार किसी सैनिक से इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए।
9 मई- BLA ने पाकिस्तानी सेना के काफिले को बम से उड़ाया, 14 मौतें

BLA ने 14 मई को ये वीडियो जारी किया, जिसमें पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला होते दिखाया गया।
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने 9 मई को बलूचिस्तान के पंजगुर जिले में PAK सेना की गाड़ी पर हमला किया था। इसमें 14 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। BLA ने 14 मई को सेना का काफिले पर हमले का एक वीडियो भी जारी किया। बलूच आर्मी ने पाक सेना के खिलाफ अपने हमलों को ऑपरेशन हेरोफ नाम दिया है। पूरी खबर पढ़ें…
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP): पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकी संगठन
- 2001 में अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया, तो कई आतंकी पाकिस्तान के कबाइली इलाकों में छिप गए।
- 2007 में बेतुल्लाह मेहसूद ने 13 आतंकी गुटों को मिलाकर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) बनाया।
- इसमें बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सेना के विरोधी गुट के लोग शामिल थे।
- इनकी लड़ाई पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ है।
- इस संगठन से जुड़े कई समर्थक पाकिस्तानी सेना में मौजूद हैं।
- अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया है कि TTP एटमी हथियारों तक पहुंच सकता है।
2022 से TTP ने पाकिस्तान पर हमले तेज किए
पाकिस्तान अक्सर आरोप लगाता है कि पाकिस्तानी तालिबान अफगानिस्तान के जमीन का इस्तेमाल करके उस पर आतंकी हमले करता है। हालांकि पाकिस्तान के इन आरोपों को अफगानिस्तान ने खारिज करता रहा है।
अफगानिस्तान में 2021 के तालिबान की वापसी के साथ ही पाकिस्तानी तालिबान (TTP) मजबूत हुआ है। TTP ने नवंबर 2022 में पाकिस्तान के साथ सीजफायर को एकतरफा तौर पर खत्म कर दिया था। इसके बाद उसने पाकिस्तान पर हमले तेज कर दिए हैं। पिछले कुछ महीनों में TTP ने पाकिस्तान के कई सैनिकों और पुलिसकर्मियों की हत्या की है।

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