Last Updated:
इंडिया विक्स (India VIX) को शेयर बाजार में डर का मीटर कहा जाता है. यह बाजार में व्याप्त भय को मापता है. इसके ग्राफ में सोमवार को आया उछाल अगस्त 2015 के बाद से एक दिन में आया सबसे बड़ा जम्प है.

इंडिया विक्स (India VIX) को शेयर बाजार में डर का मीटर कहा जाता है. यह एक इंडीकेटर है, जो बाजार में व्याप्त भय को मापता है. यह जितना अधिक होता है, बाजार में गिरावट के आसार उतने ही ज्यादा होते हैं. इसके नीचे रहने पर शेयर बाजार के शांत या धीरे-धीरे ऊपर जाने का संकेत माना जाता है. सोमवार को एक ही दिन में यह 52 फीसदी उछल गया. इससे पहले ऐसा ही सीन 2015 में बना था. यहां तक कि कोरोना में बाजार बहुत तेजी से गिरा था, लेकिन विक्स एक ही दिन में इतना अधिक नहीं उछला था.
बीएसई के कुछ 500 स्टॉक ऐसे रहे, जो सोमवार के कारोबार में अपने निचले सर्किट की सीमा तक पहुंच गए. इनमें रिलायंस पावर लिमिटेड, जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड (जेपी पावर), कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई), वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और स्वान एनर्जी लिमिटेड जैसे धाकड़ नाम भी शामिल हैं.
समझा जाता है कि फेडरल ब्याज दरों में कटौती में देरी से अमेरिका में मंदी आएगी और विदेशों से पैसे की निकासी हो सकती है. इस डर के बीच मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सेज में 4 प्रतिशत तक की गिरावट के साथ सभी इंडेक्स लाल रंग में ही ट्रेड करते नजर आए.
मलखान सिंह पिछले 16 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में सक्रिय हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. ढाई साल से News18Hindi के साथ काम कर …और पढ़ें
मलखान सिंह पिछले 16 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में सक्रिय हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. ढाई साल से News18Hindi के साथ काम कर … और पढ़ें