
दीपक पांडेय/खरगोन: मध्यप्रदेश के खरगोन सहित पूरे निमाड़ अंचल में एक खास देसी भाजी की चर्चा है, जिसे यहां के लोग ‘अमाड़ी’ कहते हैं. दिलचस्प बात यह है कि जिन पत्तियों को कई राज्य चारे या कचरे में डाल देते हैं, वही पत्तियां निमाड़ी थालियों की शान बन चुकी हैं. अमाड़ी केवल एक सब्जी नहीं, बल्कि निमाड़ की सांस्कृतिक और स्वास्थ्यपरक पहचान बन चुकी है. अमाड़ी की भाजी को दालों में डालकर या सूखा बनाकर दोनों तरह से खाया जाता है. इसका स्वाद हल्का होता है और यह आसानी से पच जाती है, इसलिए बुजुर्गों के लिए भी यह भाजी मुफीद मानी जाती है. खरगोन के आयुर्वेदाचार्य डॉ. संतोष मौर्य बताते हैं कि अमाड़ी में आयरन, कैल्शियम, विटामिन A और कई जरूरी पोषक तत्व भरपूर होते हैं. यह पाचन क्रिया को ठीक रखने, शरीर में गर्मी बनाए रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मददगार होती है.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.