जांच में सामने आया है कि शाहीन ने साल 2023 में मुजम्मिल को हथियार खरीदने के लिए करीब 6.5 लाख रुपये दिए थे. इसके बाद 2024 में उसने हमलावर उमर उन नबी को फोर्ड इकोस्पोर्ट कार खरीदने के लिए तीन लाख रुपये उधार दिए थे, जो बाद में विस्फोट में इस्तेमाल हुई. कुल मिलाकर शाहीन पर आतंकी मॉड्यूल को हथियार और विस्फोटक खरीदने के लिए 27-28 लाख रुपये मुहैया कराने का शक है. हालांकि पूछताछ में डॉ. शाहीन ने दावा किया है कि ये सारी रकम उसने जकात (धार्मिक दान) के तौर पर दी थी, आतंकवाद की फंडिंग के लिए नहीं.
इसी बीच एनआईए ने मामले में सातवीं गिरफ्तारी की है. फरीदाबाद के धौज निवासी सोयब को गिरफ्तार किया गया है. उस पर आरोप है कि उसने मुख्य बॉम्बर उमर उन नबी को हमले से ठीक पहले पनाह दी थी और लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराया था. जांच एजेंसियों को अब शक है कि मुजम्मिल और शाहीन का निकाह का रिश्ता छिपाकर रखने के पीछे भी कोई बड़ी वजह हो सकती है. निकाह के बावजूद दोनों ने कभी साथ रहने या पति-पत्नी के रूप में सामने आने की कोशिश नहीं की. जांच अधिकारियों का कहना है कि इस रिश्ते की आड़ में आतंकी मॉड्यूल को फंडिंग करना आसान हो जाता था, क्योंकि पति-पत्नी के बीच पैसे का लेन-देन संदेह से परे माना जाता है.
एनआईए ने बुधवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर के दक्षिण कश्मीर में सक्रिय कई हथियार तस्करी मॉड्यूल की तलाश की जा रही है. 2016 से बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग और गांदरबल में सक्रिय ये नेटवर्क पाकिस्तान स्थित हैंडलरों के इशारे पर काम करते हैं. इन्हीं नेटवर्क से मुजम्मिल और उमर तक असॉल्ट हथियार और विस्फोटक पहुंचाए गए थे. दिल्ली ब्लास्ट केस में अब तक सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. जांच कई राज्यों में फैल चुकी है और एनआईए का दावा है कि जल्द ही पूरे मॉड्यूल का पर्दाफाश कर दिया जाएगा.

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स…और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स… और पढ़ें


