
बता दें कि, इससे पहले नीरज ने पेरिस डायमंड लीग जीती थी। उन्होंने यहां विश्व एथलेटिक्स उपमहाद्वीपीय टूर के गोल्ड टूर्नामेंट में नौ खिलाड़ियों के बीच 85.29 मीटर का थ्रो फेंकते हुए खिताब जीता। दक्षिण अफ्रीका के डाउ स्मिट ने 84.12 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि दो बार के विश्व चैम्पियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 83.63 मीटर के पहले थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
दूसरे दौर के बाद चोपड़ा तीसरे स्थान पर थे जिनकी शुरूआत फाउल से हुई लेकिन उसके बाद 83.45 मीटर का थ्रो फेंका। तीसरे दौर में 85.29 मीटर के थ्रो के साथ वह शीर्ष पर आये।उनके अगले दो थ्रो 82.17 मीटर और 81.01 मीटर के रहे जबकि आखिरी थ्रो फाउल रहा। रियो ओलंपिक 2016 के स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी के थॉमस रोहलेर 79.18 मीटर के थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहे।
जर्मनी के जूलियन वेबर ने इस टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया जिससे दो बार के ओलंपिक पदक विजेता चोपड़ा को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। पिछले दो सत्र में वह यहां फिटनेस कारणों से खेल नहीं सके थे। उनके कोच जान जेलेंजी ने यहां नौ बार खिताब जीता है।
27 वर्ष के चोपड़ा ने इस सत्र में मई में दोहा डायमंड लीग में 90 मीटर की बाधा पार करके दूसरा स्थान हासिल किया। इसके बाद पेरिस डायमंड लीग खिताब जीता। चोपड़ा यहां 2018 में आईएएएफ कांटिनेंटल कप में एशिया प्रशांत टीम का हिस्सा थे और 80 . 24 मीटर के थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहे थे। अब वह बेंगलुरू में पांच जुलाई को नीरज चोपड़ा क्लासिक में भाग लेंगे जिसमें पीटर्स और रोहलेर भी खेल रहे हैं।
THE WINNING THROW BY NEERAJ CHOPRA! 🤩
– 85.29m throw took him from 3rd to 1st Position 💪pic.twitter.com/Dfn3SAM6qh https://t.co/LKnoxDtNWT
— The Khel India (@TheKhelIndia) June 24, 2025
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