
किन कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा?
धोनी के कैप्टन कूल ‘Captain Cool’ ट्रेडमार्क को शुरू में भारतीय ट्रेडमार्क अधिनियम की धारा 11(1) के तहत आपत्तियों का सामना करना पड़ा. रजिस्ट्री को पहले से मौजूद मिलते-जुलते नामों के कारण भ्रम की संभावना लगी, लेकिन धोनी की वकील ने ‘एक्वायर्ड डिस्टिंक्टनेस (acquired distinctiveness)’ का तर्क देकर यह सिद्ध किया कि यह उपनाम लंबे समय से सिर्फ धोनी से ही जुड़ा है.
एमएस धोनी कैप्टन कूल
एमएस धोनी का ‘Captain Cool’ ट्रेडमार्क अब कानूनी रूप से उनके नाम से जुड़ गया है, और यह उनकी ब्रांड वैल्यू को और बढ़ाएगा. हालांकि GI टैग जैसे बड़े कदम में वे अभी उन खिलाड़ियों से पीछे हैं, जिन्होंने न केवल अपने नाम को ब्रांड बनाया, बल्कि उसे सांस्कृतिक पहचान का रूप भी दे दिया.
धोनी के ‘कैप्टन कूल’ पर ट्रेडमार्क की वैधता खेल प्रशिक्षण उपकरण, स्पोर्ट्स फैसिलिटी और कोचिंग सेवाओं पर होगी. यानी भविष्य में यदि कोई ‘Captain Cool’ नाम से स्पोर्ट्स एकेडमी या ट्रेनिंग गियर मार्केट में लाएगा तो उसे इसके लिए धोनी की अनुमति लेनी होगी.
धोनी की वकील मानसी अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
यह एक महत्वपूर्ण विकास है, जो दर्शाता है कि किसी व्यक्ति की लोकप्रियता और सार्वजनिक पहचान अब कानूनी अधिकारों की रक्षा के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती है. Captain Cool शब्द ने सालों से एमएस धोनी के साथ एक खास पहचान बना ली है, जो अब कानूनी रूप से एक ब्रांड की तरह संरक्षित हो गया है.
धोनी को यह उपनाम उनके शांत स्वभाव, दबाव में शानदार फैसलों और कभी न घबराने वाले व्यक्तित्व के लिए मिला था. 2011 वर्ल्ड कप, 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले इस कप्तान ने जब-जब टीम मुश्किल में थी, तब-तब खुद को ‘कूल’ साबित किया.
एमएस धोनी कैप्टन कूल
इस मामले में पीछे रह गए ‘कैप्टन कूल’
जहां धोनी ने ‘Captain Cool’ को एक ट्रेडमार्क बनाकर खुद को क्रिस्टियानो रोनाल्डो (CR7), माइकल जॉर्डन (Air Jordan) और उसेन बोल्ट (Victory Pose) जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की लीग में खड़ा कर दिया है, वहीं वो एक खास मोर्चे पर पीछे रह गए—GI (Geographical Indication) टैग. इन दिग्गजों ने जहां न केवल ट्रेडमार्क बल्कि अपने अंदाज, पोज और उत्पादों को स्थानीय पहचान और सांस्कृतिक विरासत से जोड़कर GI टैग दिलवाया, धोनी अभी तक इस दिशा में कोई औपचारिक पहल नहीं कर पाए हैं. उदाहरण के तौर पर रोनाल्डो का CR7 ब्रांड अब सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि पुर्तगाल की संस्कृति का हिस्सा है. माइकल जॉर्डन का ‘Air Jordan’ ब्रांड चीन में GI विवादों का केंद्र बन चुका है और वहीं से इसकी वैल्यू का अंदाजा लगता है. उसेन बोल्ट की Victory Pose को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में पहचान मिल चुकी है.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.