
कैसे बनेगा 11 करोड़ का फंड
योजना के तहत 11 करोड़ रुपये का फंड बनाने के लिए आप प्रति वर्ष 10,000 रुपये का निवेश करेंगे, जिसमें हर महीने लगभग 834 रुपये जमा किया जाएगा. यह राशि 18 वर्ष की आयु तक निवेश की जा सकती है. इसके बाद, खाता सामान्य एनपीएस खाते में बदल जाता है और यह राशि 60 वर्ष की आयु तक बढ़ती रहती है.
अगर आप बच्चे के नाम से हर साल 10 हजार रुपये जमा करते हैं तो 18 साल में कुल 1.80 लाख रुपये निवेश हो जाएगा. इस निवेश पर आपको हर साल अगर 10 फीसदी का रिटर्न मिलता है तो 18 साल में यह पैसा बढ़कर करीब 5 लाख रुपये पहुंच जाएगा. हालांकि, पिछले 20 साल के आंकड़े देखें तो एनपीएस में करीब 12.80 फीसदी का रिटर्न मिला है. अब 18 साल से लेकर अगले 60 लाख की उम्र पर आपके निवेश पर ब्याज मिलता रहेगा और आगे कोई भी पैसा लगाने की जरूरत नहीं होगी.
60 साल की उम्र तक कितना पैसा बनेगा
जैसा कि हमने बताया अगर आपने नवजात शिशु के नाम पर खाता खोल दिया है और 18 साल की उम्र तक आपके निवेश पर 10 फीसदी ब्याज मिलता है तो 5 लाख का फंड तैयार हो जाएगा. अब इस 5 लाख रुपये पर आपको अगले 60 साल की उम्र तक बिना किसी निवेश के ब्याज मिलता रहेगा और अगर इस पर 10 फीसदी का भी रिटर्न मिलता है तो 60 साल की उम्र तक 2.75 करोड़ रुपये का कोष बन सकता है. हालांकि, जैसा 20 साल का आंकड़ा रहा है, उस हिसाब से अगर आपको रिटर्न 12.86% का मिला तो 5 लाख रुपये का फंड बढ़कर 11.05 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
बड़ा फंड बनाने के लिए आपको आक्रामक (75% इक्विटी) का विकल्प चुनना पड़ेगा. इसमें आप 75 फीसदी पैसा इक्विटी में निवेश करना होगा, ताकि इस पर बाजार के हिसाब से मोटा फंड मिल सके. एनपीएस के पिछले 20 साल के रिकॉर्ड को देखें तो 50% इक्विटी, 30% कॉरपोरेट डेट और 20% सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश के साथ औसतन 11.59% का रिटर्न मिला है. अगर इक्विटी में निवेश 75% कर दिया जाए तो रिटर्न 12.86% तक हो सकता है.
कैसे खोलें बच्चे का खाता
- eNPS वेबसाइट पर जाएं
- NPS Vatsalya (Minors) टैब के तहत Register Now पर क्लिक करें.
- अभिभावक की जन्मतिथि, PAN, मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज करें.
- OTP सत्यापन के बाद पंजीकरण शुरू करें.
- नाबालिग और अभिभावक के विवरण, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें.
- न्यूनतम 1,000 रुपये का शुरुआती निवेश करें.
- डबल OTP या eSignintre के जरिये अपना पंजीकरण कर खाता खोलें.
कब निकाल सकते हैं खाते से पैसा
3 वर्ष के लॉक-इन पीरियड के बाद अभिभावक शिक्षा, गंभीर बीमारी, या 75% से अधिक अक्षमता के लिए 25% तक की राशि निकाल सकते हैं, जो पूरे समय में तीन बार निकाली जा सकती है. 18 वर्ष की आयु पर खाता सामान्य एनपीएस खाते में बदल जाता है. इस समय कम से कम 80% कोष का उपयोग एन्युटी खरीदने के लिए करना होगा, शेष 20% नकद निकाला जा सकता है. यदि कुल कोष 2.5 लाख रुपये से कम है, तो पूरी राशि निकाली जा सकती है.
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