लंदन: भारत की मिश्रित दिव्यांग टीम ने ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मिश्रित दिव्यांग विटालिटी टी-20 सीरीज के तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड को आखिरी ओवर में 2 विकेट से हराकर रोमांचक जीत दर्ज की.
यह अवसर इसलिए भी ऐतिहासिक रहा क्योंकि पहली बार कोई भारतीय दिव्यांग टीम इस मैदान पर खेल रही थी. तारीख, मैदान और नतीजा तीनों ने 1983 की यादें ताजा कर दीं, जब कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 25 जून को लॉर्ड्स में ही विश्व कप जीता था.
जीत के बाद भारतीय दिव्यांग क्रिकेट परिषद (डीसीसीआई) के महासचिव रवि चौहान ने कहा कि, ‘हम अपनी टीम की इस ऐतिहासिक जीत को कपिल देव सर की 1983 की विश्व कप विजेता टीम को समर्पित करते हैं.’
एमसीसी, ईसीबी और लॉर्ड्स टेवर्नर्स द्वारा आयोजित किया इस मुकाबले के दौरान दोनों टीमों ने भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर दिलीप दोषी के सोमवार को लंदन में निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए काली पट्टियाँ बाँधी थीं.
इसके अलावा इस दिन यहां 25 जून को ही विश्व मिश्रित दिव्यांग दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। लॉर्ड्स में यह मुकाबला क्रिकेट डिसएबिलिटी डे का हिस्सा था.
सही समय पर शुरू हुए इस मैच के दौरान तेज गेंदबाज विवेक कुमार (3 ओवर में 16 रन देकर 3 विकेट) और कप्तान व बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र शांते (4 ओवर में 8 रन देकर 3 विकेट) के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 123 रनों पर रोक दिया.
इंग्लैंड के लिए ए. ब्राउन ने 47 गेंदों में 77 रन (5 चौके, 5 छक्के) की लाजवाब पारी खेली. ब्राउन ने आखिरी विकेट के लिए ए. पाइल (4 नाबाद) के साथ 17 गेंदों में 35 रन जोड़ते हुए स्कोर को 100 के पार पहुंचाया. उन्होंने अंतिम ओवर में तरुण की गेंदों पर दो छक्कों की मदद से 18 रन लिए.
जिसके जवाब में भारत ने आठ विकेट गंवाकर अंतिम ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. भारत के लिए मिडल ऑर्डर बल्लेबाज साई आकाश ने 44 रनों की अहम पारी खेली और जीत के हीरो बने.
श्रृंखला के चार और मैच बाकी हैं, अगला मुकाबला शुक्रवार (27 जून) को वॉर्सेस्टर में खेला जाएगा. भारत की मिश्रित दिव्यांग टीम इस जीत के बावजूद श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रही है. दर्शक इस मैचों का मजा सोनी लिव पर ले सकते हैं.